उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के आंकड़ें लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिसकी चपेट में आने से शुक्रवार को रायबरेली जिले के सलोन से भाजपा विधायक दल बहादुर कोरी का निधन हो गया। दल बहादुर एक हफ्ते पहले ही कोरोना संक्रमित हुए थे जिसके बाद उनका इलाज लखनऊ के अपोलों में चल रहा था।
बता दें यूपी में चंद दिनों में यह चौथे भाजपा विधायक की कोरोना से मौत हुई है। इससे पहले औरैया से भाजपा विधायक रमेश दिवाकर, लखनऊ से विधायक सुरेश श्रीवास्तव, बरेली के नवाबगंज से विधायक केसर सिंह गंगवार का निधन हो गया था।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक दल बहादुर कोरी जनपद रायबरेली के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया कि पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक दल बहादुर कोरी जनपद रायबरेली के निधन का संदेश जानकर दुख हुआ। दल बहादुर कोरी 12वीं एवं तेरहवीं विधानसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित होकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार में राज्य मंत्री समाज कल्याण रहे। दल बहादुर कोरी के निधन से उत्तर प्रदेश की राजनीति में हुई क्षति की भरपाई हो पाना कठिन है।
राम मंदिर आंदोलन में कोरी की सक्रिय भूमिका
भाजपा विधायक दल बहादुर कोरी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह 1990 में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े हुए थे, जिसके कारण उन्होंने दो बार जेल भी जाना पड़ा था। उसके बाद 1991 में उन्हें टिकट मिला, लेकिन वह चुनाव में हार गए। 1996 में सलोन विधानसभा से विधायक बने और राजनाथ सिंह के कार्यकाल में वे मंत्री भी बनाए गए थे।
दल बहादुर कोरी 2004 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। 2014 में उन्होने फिर घर वापसी की और कांग्रेस से मोह भंग होने के कारण भाजपा में शामिल हो गए। जिसके बाद 2017 में भाजपा ने उन्हें सलोन सीट का टिकट दिया, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की।