उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में विकलांग विधवा मां पिछले एक महीने से अपनी गुमशुदा बेटी की तलाश में लगी हैं। उनका आरोप है की पिछले महीने एक रिश्तेदार ने उनकी बेटी का अपहरण कर लिया। अपनी गुहार लेकर वह पुलिस के पास भी गई मगर वहां उससे रिश्वत मांगी गई। उन्होंने आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिसकर्मियों को उनके वाहनों में डीजल भरने के लिए पैसे देने के लिए कहा गया ताकि वे उनकी नाबालिग बेटी की खोज करने के लिए सहमत हो जाएं। महिला ने कहा कि इसके लिए उन्होंने पुलिस को 10 से 15 हजार रुपये का भुगतान किया है। बैसाखी के सहारे चलने वाली महिला गुड़िया ने कानपुर पुलिस प्रमुख से संपर्क कर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की।
कमिश्नर के कार्यालय में स्थानीय पत्रकारों से बात करते हुए, गुडिया ने कहा कि उसने पिछले महीने अपनी लापता बेटी का मामला दर्ज करवाया था। हालांकि पुलिस उसकी मदद नहीं कर रही है। उन्होंने कहा, "पुलिस ने मुझे बताया कि 'हम आपकी बेटी की तलाश कर रहे हैं'। कभी-कभी वे मुझे दूर भगा देते थे और मेरी बेटी के चरित्र पर सवाल उठाते थे। पुलिसकर्मियों ने तब कहा था कि अगर आप हमारे वाहनों में डीजल भरते हैं तो हम आपकी बेटी की तलाश करेंगे।"
गुड़िया ने स्वीकार किया कि उसने पुलिस वाहनों के लिए 10,000 रुपये से लेकर 15,000 तक के डीजल का भुगतान किया था। उसने कहा कि उसने डीजल के पैसे की व्यवस्था करने के लिए रिश्तेदारों से उधार लिया था। भीख भी मांगी थी।
गुड़िया की वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद कानपुर पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि मामले की विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं। उनकी बेटी की तलाश के लिए चार टीमों का गठन किया गया है।
कानपुर पुलिस ने ट्वीट किया, "आज दिनांक 02-02-2021 को डीआईजी एसएसपी कानपुर द्वारा चौकी इंचार्ज सनिगवां उ0नि0 राजपाल सिंह पर लगाये गये आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित होने पर निलम्बित कर दिया गया है,अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। प्रकरण में थाना चकेरी पर अभियोग पंजीकृत है लड़की की बरामदगी हेतु CO CANTT के निर्देशन में 04 टीमे गठित की गयी, पीड़ित महिला को पुलिस स्कार्ट कार से थाना भिजवाया गया।"