उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘भारत अब बदला हुआ है, वह विश्वास और साहस से भरा हुआ है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न केवल हमारे उदंड पड़ोसियों को, बल्कि पूरे वैश्विक समुदाय को यह संदेश दिया है कि आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इससे भी आगे बढ़कर आतंकवादियों को दंडित किया जाएगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ वे (आतंकवादी) जहां भी हों, ढूंढ़-ढूंढ कर उनका सफाया किया जाएगा. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जरूरत थी और यह जारी है. हमें इसे पूरा करने के लिए अपने प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता को सलाम करना चाहिए.’’

उन्होंने कहा कि दुनिया ने भारतीय सशस्त्र बलों की ताकत को स्वीकार किया है, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान निशाना सटीक और संतुलित था. उन्होंने कहा कि इस ‘ऑपरेशन’ के प्रभाव पर कोई असहमति नहीं है. उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ किसी ने सबूत नहीं मांगे क्योंकि जब ताबूत ले जाये गये तो (पाकिस्तानी) सेना मौजूद थी, आतंकवादी मौजूद थे, (पाक) सरकार मौजूद थी. और इसलिए, देश को गौरवान्वित करने के लिए हमारे सशस्त्र बलों को सलाम.’’ उपराष्ट्रपति गोवा राजभवन के वामन वृक्षकला उद्यान में प्राचीन भारतीय चिकित्सक चरक और सुश्रुत की कांस्य प्रतिमाओं का अनावरण करने के बाद बोल रहे थे. इस अवसर पर राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लै, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, केंद्रीय ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दामोदर नाइक भी मौजूद थे.