फरीदाबाद के सोनपेड़ गांव में दबंगों द्वारा एक दलित परिवार के दो मासूम बच्चों को जिंदा जलाने की वीभत्स घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने शवों के साथ प्रदर्शन किया। गुस्साए लोगों ने दिल्ली-आगरा राजमार्ग को जाम कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार, सीबीआई जांच का भरोसा दिए जाने पर पीड़ित परिवार बच्चों के शवों का अंतिम संस्कार करने को तैयार हुआ। केन्द्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद कृष्णपाल गुर्जर ने फरीदाबाद में घोषणा की कि प्रदेश सरकार ने पीड़ित पक्ष की मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग को मंजूर कर लिया है। उनकी इस घोषणा के बाद पीडित पक्ष बच्चों के अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गया और शवों को श्मशान घाट ले जाकर दाह संस्कार की प्रक्रिया शुरू कर दी।
इससे पहले मौके पर स्थिति बिगड़ती देख पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा था। लाठीचार्ज के सहारे प्रदर्शनकारियों को वहां से भगाने के बाद पुलिस ने बच्चों के शव एम्बुलेंस से अस्पताल भिजवा दिये जिसके बाद यातायात सामान्य हो सका। मामले की गंभीरता को देखते हुए पड़ोसी जिलों से पुलिस की पांच अतिरिक्त कंपनियां बुला ली गई है। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक वाई पी सिंघल ने बताया कि सोनपेड़ गांव में स्थिति नियंत्रण में है तथा दलित परिवार दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार करने को राजी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि मामले में लापरवाही बरतने के लिए बल्लभगढ़ सदर के थाना प्रभारी अनिल कुमार तथा सात अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
राष्ट्रीय राजधानी से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित फरीदाबाद के सोनपेड़ गांव में जैसे ही ढाई साल के वैभव और 11 महीने की दिव्या के शव को लाया गया, पूरा माहौल गमगीन हो गया। इस घटना के विरोध में आक्रोशित ग्रामीण दोनों बच्चों के शवों को लेकर दिल्ली-आगरा राजमार्ग पहुंचे तथा वहां शवों को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आज वहां पीड़ित परिवार से मिलने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आने की अटकलें लगाई जा रही थी। लेकिन खट्टर ने आखिरी समय में अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया। इस संबंध में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के मीडिया सलाहकार अमित आर्य ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है। एक विशेष जांच दल (एसआईटी) भी गठित किया गया है जिसकी अध्यक्षता पुलिस उपायुक्त पूरनचंद करेंगे। उन्होंने बताया कि अभी तक इस मामले में 11 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। आर्य ने बताया कि सरकार ने 10 लाख रूपये और पीडि़तों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कल सोनपेड़ गांव जाएंगे और शोकसंतप्त परिवार से मिलेंगे।