पुलिस ने बताया कि घटना मंगलवार की है। पुष्पलता एक दिहाड़ी मजदूर थी और वह अपने बेटे और बेटी के साथ तिरवनंतपुरम जिले के वेल्लारादा में पहाड़ी क्षेत्रा में अपने एक छोटे घर में रह रही थी। पुलिस ने बताया कि महिला ने एक वर्ष पहले अपने पति को खो दिया था और वह अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए छोट-मोटे काम पर निर्भर थी।
महिला और उसका परिवार बंदरों के एक समूह की वजह से लगातार परेशान थाा। बंदरों का समूह उनका पकाया भोजन लेकर भाग जाता था, उनके घरेलू सामान और कपड़े तितर-बितर कर देता था और उनकी फसल को भी नुकसान पहुंचाता था। पुलिस ने बताया कि महिला के बेटे ने अपने बयान में बताया कि उसकी मां ने बंदरों से परेशान होकर इतना बड़ा कदम उठाया। बंदरों से परेशान होकर महिला के पड़ोसी इस क्षेत्र से दूसरी जगह चले गए थे।