रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) में एक बड़ा बदलाव हुआ है। रॉ ने अपना एक नया सेक्रेटरी का चुनाव किया है। 1989 बैच के वरिष्ठ IPS अधिकारी पराग जैन को इसकी जिम्मेदारी मिली है। यह नियुक्ति शनिवार, 28 जून 2025 को प्रभावी हुई, और जैन 2 साल के लिए इस पद पर रहेंगे। वर्तमान में वे खुफिया ब्यूरो (IB) में विशेष निदेशक के रूप में कार्यरत थे। उनकी नियुक्ति केंद्र सरकार की नियुक्ति समिति (ACC) ने मंजूरी दी, और यह 30 जून 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले मौजूदा R&AW प्रमुख समंत कुमार गोयल की जगह होगी।
जैन, जो मध्य प्रदेश कैडर से हैं, को खुफिया और सुरक्षा मामलों में उनकी विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत को सीमा पार आतंकवाद और क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटना पड़ रहा है, खासकर अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर के बाद। जैन का अनुभव IB में विभिन्न संवेदनशील मामलों को संभालने में उनकी क्षमता को दर्शाता है, और इस नियुक्ति से R&AW में नई दिशा की उम्मीद है।
दरअसल, रॉ, भारत की प्रमुख बाहरी खुफिया एजेंसी है। इसका गठन 21 सितंबर 1968 को हुआ था, और यह भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। रॉ का मुख्य काम विदेशों में खुफिया जानकारी एकत्र करना, आतंकवाद, जासूसी और अन्य सुरक्षा खतरों पर नजर रखना है। यह भारत सरकार के अधीन काम करती है और प्रधानमंत्री कार्यालय के तहत संचालित होती है।
रॉ की गतिविधियाँ गोपनीय होती हैं, जिसमें दुश्मन देशों की सैन्य, राजनीतिक और आर्थिक गतिविधियों की निगरानी शामिल है। इसके अलावा, यह आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई और दोस्त देशों के साथ खुफिया सहयोग भी करती है। हाल ही में, 28 जून 2025 को पराग जैन को इसका नया सचिव नियुक्त किया गया है, जो इसे नई दिशा दे सकते हैं। रॉ का मिशन भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करना है।