भारतीय टीम ने रविवार को दूसरे टी-20 इंटरनेशनल मैच में न्यूजीलैंड को सात विकेट से मात दी। यह टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट इतिहास में पहला मौका है जब टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को लगातार दो मैचों में शिकस्त दी। टीम इंडिया के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करके न्यूजीलैंड को 132/5 के स्कोर पर रोक दिया।
किसी गेंदबाज को मिलना चाहिए था खिताब
टीम इंडिया के कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत-न्यूजीलैंड दूसरे टी-20 इंटरनेशनल मैच में मैन ऑफ द मैच का खिताब किसी गेंदबाज को मिलना चाहिए था। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और अब कमेंटेटर संजय मांजरेकर भी इस बात से सहमत दिखे कि ऑकलैंड के ईडन पार्क में खेले गए दूसरे टी-20 इंटरनेशनल मैच में मैन ऑफ द मैच का हकदार कोई गेंदबाज था। मांजरेकर ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इस बारे में ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा, प्येलर ऑफ द मैच कोई गेंदबाज होना चाहिए था।
रवींद्र जडेजा ने की थी बेहतरीन गेंदबाजी
मांजरेकर के इस ट्वीट पर टीम इंडिया के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने चुटकी लेते हुए उस गेंदबाज का नाम बताने को कहा। जडेजा ने मांजरेकर को जवाब दिया, 'उस गेंदबाज का नाम क्या है? कृपया बताएं। बता दें कि टीम इंडिया की जीत में रवींद्र जडेजा का भी उम्दा योगदान रहा।
मांजरेकर ने भी दिया चटकदार जबाव
भारतीय ऑलराउंडर ने अपने चार ओवर के स्पेल में सिर्फ 18 रन खर्च किए और दो विकेट चटकाए। जडेजा ने न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन (14) और ऑलराउंडर कॉलिन डी ग्रैंडहेाम (3) को अपना शिकार बनाया। जडेजा ने मांजरेकर से मैन ऑफ द मैच के रूप में अपना नाम सुनने की उम्मीद की थी। हालांकि, मांजरेकर ने इस पर जडेजा को अपना जवाब दिया है। मांजरेकर ने जडेजा को जवाब दिया, 'हा हा... या तो आप या फिर बुमराह। बुमराह क्योंकि उन्होंने किफायती गेंदबाजी की जब ओवर नंबर 3, 10, 18 और 20 किए। बता दें कि बुमराह ने चार ओवर के अपने स्पेल में 21 रन देकर एक विकेट लिया था। बुमराह ने अंतिम ओवरों में कसी हुई गेंदबाजी की और कीवी टीम को कम स्कोर पर रोकने में अहम भूमिका निभाई।
मांजरेकर-जडेजा का पुराना विवाद
दरअसल, संजय मांजरेकर और रवींद्र जडेजा के बीच 2019 आईसीसी विश्व कप के दौरान विवाद खड़ा हो गया था। मांजरेकर ने तब जडेजा को 'बिट्स एंड पीसेस' खिलाड़ी करार दिया था। इस पर जडेजा ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए मांजरेकर को खरी-खरी सुनाई थी। तब से दोनों के बीच रिश्तें बहुत अच्छे नहीं हैं। हालांकि, मांजरेकर ने बाद में सफाई जरूर दी थी कि उनकी बात को अलग तरह से पेश किया गया।