महाराष्ट्र और विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग खत्म हो चुका है। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रहा है और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन मजबूत वापसी की उम्मीद कर रहा है। वहीं, झारखंड में मुकाबला सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा और भाजपा के बीच है। महाराष्ट्र में बुधवार यानी 20 नवंबर को शाम 5 बजे तक 58.22% मतदान दर्ज किया गया। जिलों में, मुंबई शहर और ठाणे में क्रमशः 49.07% और 49.76% मतदान दर्ज किया गया। इसी के साथ 288 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत लॉक चुका है। वहीं, झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे और अंतिम चरण के चुनाव में 38 निर्वाचन क्षेत्रों में बुधवार को शाम पांच बजे तक करीब 68 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
महाराष्ट्र चुनाव
-मतदान 52,789 स्थानों पर 1,00,186 बूथों पर हुआ।
-इनमें 42,604 शहरी और 57,582 ग्रामीण बूथ शामिल हैं।
-299 बूथ दिव्यांगजनों (PwD) द्वारा संचालित किए गए।
-महाराष्ट्र में कुल 9.7 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 4.97 करोड़ पुरुष और 4.66 करोड़ महिलाएं शामिल हैं।
-पहली बार मतदान करने वाले 20.93 लाख युवा (18-19 वर्ष) भी शामिल हैं।
2019 के चुनाव में 61.4% मतदान हुआ था। बीजेपी-शिवसेना (एसएचएस) गठबंधन ने जीत हासिल की, लेकिन बाद में अलगाव हो गया। इसके बाद पांच साल में राज्य ने तीन मुख्यमंत्री देखे – देवेंद्र फडणवीस (बीजेपी), उद्धव ठाकरे (यूबीटी) और एकनाथ शिंदे (एसएचएस)। महाराष्ट्र में चुनाव सिर्फ सत्ता की लड़ाई नहीं, बल्कि नेतृत्व और राजनीतिक अस्तित्व की परीक्षा है। प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई बड़े नेता प्रचार में शामिल हुए। 2024 लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने महाराष्ट्र में जमीन खोई। पार्टी ने 28 में से सिर्फ 9 सीटें जीतीं, जबकि 2019 में 23 सीटें जीती थीं। इस चुनाव से बीजेपी की क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन क्षमता और विपक्षी गठबंधन की एकता की परीक्षा होगी।
झारखंड चुनाव
झारखंड चुनाव में सत्तारूढ़ झामुमो नीत 'इंडिया' गठबंधन अपनी कल्याणकारी योजनाओं के बल पर सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रहा है, जबकि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) इसे हासिल करने की कोशिश कर रहा है। निर्वाचन आयोग के मुताबिक राज्य के जामताड़ा जिले में सबसे अधिक 76.16 प्रतिशत मतदान हुआ, इसके बाद पाकुड़ में 75.88 प्रतिशत, देवघर में 72.46 प्रतिशत तथा रांची जिले में 72.01 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। वहीं, रामगढ़ जिले में 71.98 प्रतिशत मतदान हुआ, दुमका में 71.74 प्रतिशत, गोड्डा में 67.24 प्रतिशत, साहेबगंज में 65.63 प्रतिशत, गिरिडीह में 65.89 प्रतिशत, हजारीबाग में 64.41 प्रतिशत और धनबाद में 63.39 प्रतिशत मतदान हुआ।
शाम पांच बजे तक सबसे कम मतदान बोकारो जिले में 60.97 प्रतिशत दर्ज किया गया। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दूसरे चरण में कुल 1.23 करोड़ मतदाता अपने मताधिकारों का प्रयोग करने के पात्र थे, जिनमें 60.79 लाख महिलाएं और 147 थर्ड जेंडर के मतदाता शामिल थे। दूसरे चरण के चुनाव में कुल 528 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी कहा कि दूसरे चरण का मतदान स्वर्णिम झारखंड के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ' एक्स' पर कहा '' पहले चरण के चुनाव में 43 विधानसभा क्षेत्रों में लोगों ने उत्साहपूर्वक अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सभी वर्गों ने अपने अधिकारों और सशक्त झारखंड के लिए मतदान किया। जो लोग झारखंड के खिलाफ साजिश कर रहे हैं उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।'' कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी मतदाताओं से बेहतर भविष्य के लिए मतदान में भाग लेने का आग्रह किया।
इन 38 विधानसभा सीट में से 18 निर्वाचन क्षेत्र संथाल परगना क्षेत्र में हैं, जिसमें छह जिले - गोड्डा, देवघर, दुमका, जामताड़ा, साहिबगंज और पाकुड़ आते हैं। शेष 18 सीट उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में और दो सीटें दक्षिणी छोटानागपुर में हैं। पहले चरण का चुनाव 13 नवंबर को हुआ था और मतों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी।