प्रतिभाशाली आलोचक वैभव सिंह को देवी शंकर अवस्थी सम्मान देते हुए नामचीन आलोचक नामवर सिंह ने कहा कि प्रखर-युवा आलोचक को यह सम्मान मिलने से पुरस्कार की विश्वसनीयता भी बढ़ती है। इस मौके पर उपन्यास का समकाल विषय पर भी परिचर्चा आयोजित की गई।
प्रसिद्ध कवि और आलोचक अशोक वाजपेयी ने प्रशस्ति वाचन किया और साहित्यकार मृदुला गर्ग ने उपन्यासों के कथानक और उनके यथार्थ पर बात की।
इस मौके पर नाट्य समीक्षक रविन्द्र त्रिपाठी, मुरली मनोहर प्रसाद सिंह, रेखा अवस्थी, विष्णु नागर, अनामिका, मंगलेश डबराल, संजीव और देवी शंकर अवस्थी जी की पत्नी कमलेश अवस्थी मौजूद थीं।