कर्नाटक के बेंग्लुरू में रहने वाली कन्नड़ फिल्मकार और लेखिका चेतना तीर्थहल्ली ने कुछ दिनों पहले गोमांस खाने का समर्थन किया था और हिंदू रीति-रिवाजों पर सवाल उठाए थे। पूर्व में विभिन्न प्रकाशनों में आलेख लिखकर हिंदू रीति-रिवाजों पर सवाल उठाने वाली चेतना ने हाल ही में एक रैली में हिस्सा लिया था जो गोमांस खाने के समर्थन के लिए निकाली गई थी। कर्नाटक में ताजा घटना में युवा दलित लेखक हचंगी प्रसाद पर हिंदू विरोधी लेखन करने को लेकर मध्य कर्नाटक के दवाणगेरे में बीते बुधवार को अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) बी एस लोकेश कुमार ने बताया कि चेतना तीर्थहल्ली ने हनुमंतनगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराकर मधुसूदन गौड़ा नाम के एक शख्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। गौड़ा ने चेतना को गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा, यह धमकी तब दी गई जब लेखिका ने सोशल मीडिया पर गोमांस खाने का समर्थन करते हुए हिंदू रीति-रिवाजों पर सवाल उठाया था। हालांकि पुलिस उपायुक्त लेखिका की शिकायत में बलात्कार या तेजाब के हमले की धमकी के जिक्र से इनकार किया है।
चेतना ने पिछले हफ्ते शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि गोमांस खाने का समर्थन करने के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें धमकी भरे संदेश मिल रहे हैं। अपनी शिकायत में चेतना ने यह भी कहा कि उन्हें पिछले एक साल से सोशल मीडिया पर धमकी भरे संदेश मिलते रहे हैं लेकिन पहले उन्होंने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। बहरहाल, कन्नड़ लेखक एम एम कलबुर्गी की अगस्त में हुई हत्या के बाद बनी परिश्थितियों में उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
उत्तर कर्नाटक के धारवाड़ जिले में कन्नड़ लेखक एम.एम. कलबुर्गी के आवास पर दो लोगों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। कलबुर्गी के हत्यारों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।