इसे वक्त की बेरुखी कहें या किस्मत का खेल, लेकिन शंघाई स्पेशल ओलंपिक में देश के लिए फख्र के लम्हे जुटाने वाला एक दिव्यांग एथलीट इन दिनों रोजी-रोटी के लिए मजदूरी करने को मजबूर है। लखनउ के हामिद ने 2007 में शंघाई में हुए स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स में 4 गुणा 100 मीटर रिले दौड़ में स्वर्ण पदक हासिल कर देश का सिर गर्व से उंचा कर दिया था। लेकिन अफसोस कि इतनी बड़ी उपलब्धि भी उसकी किस्मत नहीं बदल सकी और आज वह अपने गुजर-बसर के लिए मजदूरी करने को बाध्य है।
देश में बढ़ती असहिष्णुता के मुद्दे पर जारी विरोध-प्रदर्शनों के बीच एक महिला कन्नड़ फिल्मकार एवं लेखिका को सोशल मीडिया पर गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी दिए जाने की खबर है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे दादरी में बीफ खाने की अफवाह फैलाकर
सांप्रदायिक उन्मादियों द्वारा एक मुस्लिम परिवार पर हमला करके 50
वर्षीय एखलाक नाम के व्यक्ति की हत्या राष्ट्रीय बहस का मुद्दा बना हुआ
है। कटघरे में संघ परिवार है, जिसके कुछ लोग इसे गलतफहमी में की गई हत्या
बता रहे हैं तो कुछ इसे अत्यधिक जोश में की गई कार्रवाई।