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इंटरव्यू-“अब मुझे इस सब में न घसीटें”: अध्ययन सुमन

“सुमन इस बात पर जोर देते हैं कि वे जीवन में आगे बढ़ चुके हैं और अतीत को याद करना पसंद नहीं...
इंटरव्यू-“अब मुझे इस सब में न घसीटें”: अध्ययन सुमन

“सुमन इस बात पर जोर देते हैं कि वे जीवन में आगे बढ़ चुके हैं और अतीत को याद करना पसंद नहीं करेंगे”

अभिनेता अध्ययन सुमन ने अपने एक पुराने साक्षात्कार में अपनी पूर्व प्रेमिका कंगना रनौत पर नशीली दवाएं लेने का आरोप लगाया था। अब इन्हीं आरोपों के आधार पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने जांच के आदेश दिए हैं। 32 साल के अभिनेता को उनका अतीत उस वक्त परेशान करने के लिए लौट आया है, जब वर्षों के संघर्ष के बाद उनका करिअर फिल्म निर्माता प्रकाश झा के वेब शो आश्रम में उनके काम की तारीफ की वजह से उठ रहा है। गिरिधर झा के साथ बातचीत में वे इस बात पर जोर देते हैं कि जीवन में आगे बढ़ चुके हैं और उन काले दिनों को याद करना पसंद नहीं करेंगे। कुछ अंशः

 

आश्रम में आपके प्रदर्शन को सराहा जा रहा है। वर्षों की निराशा और हताशा के बाद सफलता का स्वाद कैसा लगता है?

जब मैं प्रकाश झा सर से मिला, तो मैंने उन्हें बताया कि जब फिल्म उद्योग में मुझे काम नहीं मिल रहा था, तब मैंने संगीत की ओर रुख किया था। मैंने अपने गाने यूट्यूब पर अपलोड किए थे, जिन्हें बहुत से लोगों ने सराहा था। मेरे एक गाने को 25 मिलियन व्यूज मिले हैं। मेरे पास अपने गाने प्रमोट करने के लिए पैसे नहीं थे। यह सब जानकर प्रकाश सर बहुत खुश हुए और उन्होंने मुझे अपने शो आश्रम के लिए एक ‘लुक टेस्ट’ देने को कहा। मैंने टेस्ट दिया और इस तरह मुझे तिनका सिंह का रोल मिल गया। भले ही मेरी भूमिका छोटी है और मैं इसके केवल आठवें एपिसोड में दिखाई दिया,लेकिन फिर भी मुझे वह प्रशंसा मिली है, जिसे सुनने को मेरे कान तरस गए थे। मेरे माता-पिता भी यही सुनने का इंतजार कर रहे थे कि उनके बेटे ने अपने जीवन में कुछ अच्छा किया है। इसके लिए मैं हमेशा प्रकाश सर का आभारी रहूंगा और दर्शकों का भी जिन्होंने मुझे मेरी प्रतिभा दिखाने का मौका दिया। मेरे सोशल मीडिया अकाउंट्स पर हर कोई तिनका सिंह के बारे में बात कर रहा है। अब,मुझे आश्रम के दूसरे सीजन का इंतजार है।

आपने राज: द मिस्ट्री कंटीन्यूज़ (2009)और जश्न (2009) जैसी बड़ी फिल्मों के साथ शुरुआत की और फिर,सब गलत होता चला गया? अतीत में झांककर देखें तो आपको क्या लगता है, करियर के किस मोर्चे पर क्या गलत हुआ?

लोग मुझसे पूछते रहते हैं कि फिल्म इंडस्ट्री ने मुझे काम देना क्यों बंद कर दिया। मैं खुद भी इसके पीछे के सटीक कारण जानने की कोशिश कर रहा हूं। कुछ लोग कहते हैं कि ऐसा पापा के लोकप्रिय टीवी शो मूवर्स ऐंड शेकर्स (1997-2012) की वजह से हुआ क्योंकि उस शो में वे उन लोगों पर बातें बनाते थे। फिल्म उद्योग में ग्रुप और कैंप के बारे में सभी जानते हैं और इसमें अपनी जगह बनाना मुश्किल है। काम पाने की मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की लेकिन लोग मेरे फोन का जवाब तक नहीं देते थे। मैं कई फिल्म मेकर्स से मिला लेकिन उन लोगों ने भी मुझे कोई ऑफर नहीं दिया। इसके लिए मैं किसी एक व्यक्ति का नाम नहीं ले रहा। सार्वजनिक रूप से किसी एक का नाम लेना गलत होगा। मुझे लगता है दूसरी जगहों की तरह फिल्मी दुनिया में भी कई मुद्दे हैं। मैं इसके लिए किसी को दोषी नहीं ठहराना चाहता।

आपको लगता है कि कुछ लोगों ने उद्योग में आपके खिलाफ काम किया?

हां,कुछ बातें जरूर ऐसी हुईं। फिल्म उद्योग के शीर्ष लोगों ने मुझे मूवर्स ऐंड शेकर्स की वजह से निशाना बनाया। लेकिन बिना सबूत मेरी ओर से इस बारे में कोई भी बात करना गलत होगा। लेकिन हमारी इंडस्ट्री छोटी है और आपको भी सभी बातें पता चल जाती हैं। किसी ने मुझे कोकीन का आदी कहा तो किसी ने मुझे किसी के बॉयफ्रेंड होने की वजह से खारिज कर दिया। कुछ ने तो यह भी कहा कि मैं अपने काम को लेकर गंभीर नहीं था। मीडिया में इस तरह की धारणाएं बनने लगीं और मुझे अपने जीवन के सात-आठ साल इसके खिलाफ लड़ने में बिताने पड़े। लेकिन अब शुक्र है कि दर्शक और मीडिया मेरे प्रति इस सीरीज के कारण अच्छे विचार बना रही है।

वर्षों बिना काम के घर पर बैठना बहुत कठिन रहा होगा। असफलता से आप कैसे लड़े?

असफलता को संभालना बहुत कठिन है। लंबे समय मैं अवसाद में रहा। उस दौर में मेरे दिमाग में आत्महत्या के विचार भी आए। लोग बहुत हल्के ढंग से बस यूं ही अवसाद के बारे में बात करते हैं। बिना यह महसूस किए कि वास्तव में यह कितना खतरनाक होता है। कई बार अवसाद का कारण होता है, कई बार नहीं भी होता। मुझे लगता है,मेरे मामले में ऐसा ही हुआ है क्योंकि अपने करिअर में मैं कुछ नहीं कर रहा था और मीडिया भी मेरे बारे में तरह-तरह की बातें कर रहा था। नेशनल टेलीविजन पर मेरे और मेरे परिवार के बारे में कुछ ऐसी बातें कही गईं, जिसे सुन कर मेरे माता-पिता की आंखों में आंसू आ गए। ईमानदारी से कहूं तो मैं उनके बारे में चिंतित था, क्योंकि उन्हें मेरी वजह से यह सब सुनना पड़ रहा था। तब मुझे अपना पक्ष कहने का कोई अवसर नहीं दिया जा रहा था।

फिर, जीवन के उस दौर से आप कैसे बाहर आए?

अपने अनुभव से मैंने एक बात सीखी कि आपको वापसी के लिए लड़ना है। मेरे पापा जब बिहार से मुंबई आए थे, तो उनकी जेब में मात्र 5,000 रुपये थे। लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत से नाम कमाया। उनका अपना संघर्ष और सफर था। मैंने उनके अनुभव से सीखा कि आप अपने जीवन में हार मान लेते हैं तो आप पराजित माने जाएंगे। मेरे पापा के अलावा, ऐसे और भी लोग हैं जिन्होंने शीर्ष पर पहुंचने के लिए कठिन संघर्ष किया। मुझ से पहले भी ऐसे कई उदाहरण हुए हैं। मुझे एहसास हुआ कि मुझे वापसी के लिए लड़ना है। मैंने ठीक वही किया। आखिरकार, छोटे स्तर पर ही लेकिन मुझे इसके परिणाम मिले। यह मेरे लिए सफलता की बड़ी सीढ़ी की तरह है। मुझे नहीं लगता कि असफलता के लिए कोई कड़ी मेहनत करता है। अब मैं कह सकता हूं कि जीवन में असफलता से बड़ा कोई शिक्षक नहीं है। असफलता आपको लोगों के असली चेहरे दिखाती है और यह भी बताती है कि आपमें लड़ने का कितना माद्दा है। यह आपको सिखाती है कि कैसे अपना जीवन जीना है। मैं ऐसे परिवार से आता हूं जहां मुझे बहुत सुरक्षा दी गयी। परिवार से ही मैंने सभी मूल्यों को आत्मसात किया। मैंने सीखा कि आपको वापस लड़ने के लिए तैयार रहना होगा मैंने अपनी असफलता से पूरी तरह इसे सीखा और यही कारण है कि मैं इससे बाहर आने में सक्षम हुआ।

हालांकि मैं अभी भी घबराहट की समस्या से जूझ रहा हूं। मुझे सांस रुक जाने जैसा महसूस होने और नर्वस हो जाने की समस्या है क्योंकि मैं अवसाद से गुजर चुका हूं। मैं योग कर रहा हूं और श्री श्री रविशंकर जी का भी अनुसरण करता हूं, जिन्होंने मुझे आश्वस्त किया और बहुत ताकत दी कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। अब मैं हर दिन को नया दिन मानता हूं। मैं भूल जाना चाहता हूं अतीत में मेरे साथ क्या हुआ। लोगों ने मेरे साथ जो भी किया हो मैंने उन्हें माफ कर दिया है और आगे बढ़ गया हूं।

अभिनेत्री कंगना रनौत के साथ आपका रिश्ता काफी चर्चित था। लंबे समय में आपको लगता है, आपके निजी जीवन का आपके पेशेवर जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा?

हां, निश्चित रूप से इसने मुझ पर प्रभाव डाला। जिस रिश्ते की आप बात कर रहे हैं तो मैं गड़े मुर्दे उखाड़ना नहीं चाहता। लेकिन यह सच है कि इसने मेरे बारे में बहुत सारी गलत धारणाएं पैदा कीं, जिसकी वजह से मुझे उद्योग में बदनाम किया गया। मुझे लगता है, निश्चित रूप से मेरा व्यक्तिगत संबंध या पेशेवर संबंध  भी एक कारण था कि फिल्म उद्योग ने मुझे काम करने की पेशकश नहीं की।

फिलहाल आप अपने एक पुराने साक्षात्कार के लिए चर्चा में हैं। आपने  कंगना रनौत पर कई आरोप लगाए थे, जिसमें ड्रग्स लेना भी शामिल था। अब महाराष्ट्र सरकार ने आपके इसी साक्षात्कार के आधार पर उनके खिलाफ जांच का आदेश दिया है। इस बारे में क्या कहना है?

मैं लोगों से केवल हाथ जोड़ कर अनुरोध करना चाहता हूं कि मुझे इस सब में न घसीटें। वो लोग मुझे अपना जीवन जीने दें। 10-11 साल मैं बहुत संघर्ष के दौर से गुजरा हूं। अब जब मुझे जीवन की अंधेरी सुरंग के बाद आशा की हल्की किरण दिखाई दे रही है, तो कृपया मुझे काम पर ध्यान केंद्रित करने दें। मेरे माता-पिता जिस भी स्थिति से गुजरे हैं, अब मैं उन्हें मेरे काम से गर्व और खुशी देना चाहता हूं। मैंने जो भी कहा था, वह मैंने 2016 में कहा था। अब मैं न किसी के बारे में कुछ बोलने जा रहा हूं और न ही किसी के खिलाफ एफआइआर कराने जा रहा हूं। भविष्य में भी मेरा कुछ बोलने का इरादा नहीं है। इस बारे में कहने के लिए मेरे पास कुछ नहीं है। मैंने जब इस बारे में कहा था,तो किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया था। बल्कि राष्ट्रीय टेलीविजन पर मेरे और मेरे परिवार को लेकर मज़ाक उड़ाया गया। कंगना के साथ मेरा कोई रिश्ता नहीं है, लेकिन हम दोनों एक ही मुद्दे के लिए लड़ रहे हैं और वह है,सुशांत सिंह राजपूत के लिए न्याय।

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