तेलंगाना राज्य से आप पहली महिला सांसद है। साल 2016 में आप अपनी भूमिका कहां पाती हैं?
यह सही है कि मैं इस राज्य की पहली महिला सांसद हूं। लेकिन सांसद होने के साथ-साथ मैं राज्य के लोगों के विकास के लिए तेलंगाना जागृति मंच के जरिए विकास करना चाहती हूं। मेरी इच्छा है कि राज्य के हर बेघर के पास अपना घर हो। किसानों की आत्महत्या रूके। यही मेरा संकल्प है। क्योंकि जब तक आम आदमी मजबूत नहीं होगा तब तक राज्य का विकास नहीं होगा।
राज्य में आपकी पार्टी सरकार है, राज्य सरकार आम लोगों के लिए क्या कर रही है?
राज्य सरकार अपने तरीके से काम कर रही है और मैं अपने तरीके से। मैं अपने संगठन के जरिए लोगों के विकास की रूपरेखा तैयार कर रही हूं। संगठन के जरिए मैं आत्महत्या कर चुके किसानों को आर्थिक सहायता मुहैया करा रही हूं।
इसके लिए आर्थिक संसाधन कहां से आता है?
इसके लिए संगठन से जुड़े लोग धनराशि एकत्र कर रहे हैं साथ ही विदेशों में बसे तेलंगाना के लोग भी राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए आर्थिक सहायता मुहैया करा रहे हैं। हम न तो केंद्र सरकार से और न ही राज्य सरकार से किसी प्रकार की वित्तिय मदद ले रहे हैं।
महिलाएं आगे बढ़े इसके लिए आपकी क्या योजना है?
जब तक महिलाओं को वित्तीय सुरक्षा नहीं मिलेगी तब तक उनके आगे बढऩे की बात बेमानी होगी। इसलिए मेरा लक्ष्य है कि राज्य में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाए। जिसके लिए हम लगातार काम कर रहे हैं।
महिला आरक्षण विधेयक पर आपकी क्या राय है?
मैं इसके समर्थन में हूं कि महिला आरक्षण विधेयक पारित होना चाहिए। जिस प्रकार पंचायतों में महिलाओं को आरक्षण मिला हुआ है उसी प्रकार से संसद और राज्य विधानसभाओं में भी मिले।