अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली के निदेशक एवं देश में कोरोना वायरस कोविड-19 के प्रबंधन के लिए गठित नेशनल टास्क फोर्स के सदस्य डॉ रणदीप गुलेरिया ने आज कहा कि आम लोगों को कोरोना वैक्सीन के लिए वर्ष 2022 तक इंतजार करना होगा।
डॉ गुलेरिया ने कहा कि भारतीय बाजार में कोविड-19 के लिए कारगर वैक्सीन उपलब्ध होने में ही एक साल से अधिक समय लग जायेगा। उन्होंने कहा कि भारत की आबादी बहुत अधिक है और बाजार से कोरोना वैक्सीन कैसे एक फ्लू वैक्सीन की तरह खरीदी जा सके, यह जानने में वक्त लगेगा। ऐसा होने पर ही आदर्श स्थिति होगी और यह वर्ष 2021 के अंत तक या वर्ष 2022 की शुरूआत तक ही संभव होगा।
देश में अब तक कुल 85,07,754 व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 78,68,968 मरीज स्वस्थ हुये हैं और 1,26,121 संक्रमितों ने दम तोड़ा है ।फिलहाल देश में कोरोना संक्रमण के 5,12,665 सक्रिय मामले हैं।
विश्व में कोरोना वायरस (कोविड-19) से मरने वाले लोगों की संख्या 12.5 लाख से ज्यादा हो गयी है, जबकि 4.98 करोड़ से अधिक लोग इससे प्रभावित हो चुके हैं।
अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार विश्व में कोरोना वायरस से अब तक 4,98,22,322 लोग संक्रमित हुए हैं और 12,50,446 लोगों की मौत हुई है। कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित देश अमेरिका में इस महामारी से अब तक 9,33,359 लोग संक्रमित हुए हैं और 2,36,064 लोगों की जान चली गई है। पिछले 24 घंटे में अमेरिका में 1.27 लाख से अधिक नए संक्रमित पाए गए हैं।