अमेरिका ने रूस पर यूक्रेन में रासायनिक या जैविक हथियारों के सभांवित उपयोग के लिए मिथ्या एवं भ्रामक अभियान के तहत ‘‘झूठ बोलने और गलत सूचना फैलाने’’ के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक का उपयोग करने का आरोप लगाया।
अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने शुक्रवार को कहा कि रूस पिछले महीने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन द्वारा परिषद में रखे गए एक परिदृश्य को खारिज कर रहा था कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ‘‘यूक्रेन के खिलाफ अपने हिंसक हमलों को सही ठहराने के लिए रासायनिक या जैविक हथियारों के आरोपों को गढ़ेंगे।’’
अमेरिका ने 24 फरवरी से शुरू हुए आक्रमण के साथ ऐसे रूसी अभियानों के बारे में चेतावनी दी है। रूस ने यूक्रेन में अमेरिका द्वारा ‘‘जैविक गतिविधियों’’ को अंजाम देने के अपने आरोपों के समर्थन में बैठक का अनुरोध किया था। रूस ने बिना किसी सबूत के ये आरोप लगाए थे जिससे अमेरिका और यूक्रेन दोनों ने इनकार किया था।
संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वसीली नेबेंजिया ने कहा कि ‘‘उसके रक्षा मंत्रालय के पास इन आरोपों के समर्थन में दस्तावेज हैं कि यूक्रेन में कम से कम 30 जैविक प्रयोगशालाएं हैं जिनमें बहुत खतरनाक जैविक प्रयोग किए जाते हैं। अमेरिका की डिफेंस थ्रेट रिडक्शन एजेंसी द्वारा इसकी निगरानी और वित्तपोषण किया जाता है।’’
किंग्स कॉलेज लंदन में विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की एक वरिष्ठ व्याख्याता फिलिपा लेंटजोस ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को एक ईमेल में कहा, ‘‘प्रयोगशाला गोपनीय नहीं हैं। उनका उपयोग जैव हथियारों के संबंध में नहीं किया जा रहा है। यह सब दुष्प्रचार है।’’
संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन की राजदूत बारबरा वुडवर्ड ने आरोपों को ‘‘बिल्कुल बकवास’’ बताया और कहा, ‘‘रूस आज नयी गर्त में डूब रहा है, लेकिन परिषद को इसके साथ नहीं घसीटा जाना चाहिए।’’