ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर हुए हमले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को संसद में बयान दिया। शाह ने कहा कि हमले के बाद ओवैसी को जेड सुरक्षा दी जा रही है, लेकिन वह इसे लेने से इनकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह ओवैसी से अनुरोध करते हैं कि खतरे को देखते हुए यह सुरक्षा ले लें।
अमित शाह ने कहा, 'ओवैसी को खतरे की पुनर्समीक्षा की गई है। उन्हें बुलेटप्रूफ गाड़ी दी गई है और जेड कैटिगरी की सुरक्षा दी गई है। अब तक उन्होंने इस सुरक्षा को स्वीकार नहीं किया है। हमारी अपील है कि वे इसे ले लें।'
शाह ने राज्यसभा में बताया कि त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया, उनके पास से दो अनधिकृत पिस्तौल और एक ऑल्टो कार बरामद की गई। फोरेंसिक टीम कार और घटना स्थल की सूक्ष्म जांच कर रही है और साक्ष्य जुटा रही है।
अमित शाह ने कहा कि ओवैसी का हापुड़ ज़िले में कोई पूर्व निर्धारित कार्यक्रम नहीं था, उनके आंदोलन की कोई सूचना ज़िला नियंत्रण कक्ष को पहले नहीं भेजी गई थी। घटना के बाद वे सुरक्षित दिल्ली पहुंचे।
उन्होंने राज्यसभा में घटना की जानकारी देते हुए कहा, 3 फरवरी को शाम को करीब सवा पांच बजे लोकसभा सांसद ओवैसी मेरठ में सभा करने के बाद वापस लौट रहे थे। छिजारसी टोल प्लाजा से गुजरने के दौरान कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उन पर गोली चलाई। इस हमले में ओवैसी सुरक्षित बच गए। इसमें उनकी गाड़ियों पर तीन निशान आए। इस घटना को तीन गवाहों ने देखा।
उल्लेखनीय है कि बृहस्पतिवार शाम ओवैसी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रचार करने के बाद जब दिल्ली लौट रहे थे तभी हापुड़ के छिजारसी टोल के पास उनके काफिले पर हमला हो गया था।