दिल्ली में मंगलवार को सुबह धुंध की मोटी चादर छाई रही तथा शहर की वायु गुणवत्ता और गिरकर ‘‘बेहद खराब’’ श्रेणी में पहुंच गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने यह जानकारी दी।
बोर्ड ने बताया कि 27 निगरानी केंद्र ‘रेड जोन’ में हैं। उसने बताया कि शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार सुबह नौ बजे 317 दर्ज किया गया।
बोर्ड ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता के बिगड़ते स्तर के बीच ‘क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना’ (ग्रैप) के दूसरे चरण को लागू कर दिया है, जिसके तहत कोयले और लकड़ी जलाने के साथ-साथ डीजल जनरेटर सेट के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
मुंडका, बवाना, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, आनंद विहार, अलीपुर, अशोक विहार, आया नगर, बुराड़ी, द्वारका, मंदिर मार्ग समेत कई इलाकों में वायु गुणवत्ता गिरकर ‘‘बहुत खराब’’ श्रेणी में पहुंच गई। शहर में प्रदूषण की समस्या के बीच दिल्ली में न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता 93 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग ने दिन में आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है। अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
एक्यूआई को शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।