जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने शुक्रवार को कहा कि दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई और 70 अन्य घायल हो गए।
यह दुखद घटना गुरुवार को हुई जब हरियाणा के कुरुक्षेत्र इलाके से 92 श्रद्धालुओं को लेकर जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में शिव खोरी मंदिर जा रही एक बस जम्मू-पुंछ राजमार्ग से फिसलकर 150 फुट गहरी खाई में गिर गई। चौकी चोरा इलाके में तुंगी मोड़ पर एक अंधे मोड़ पर चालक ने नियंत्रण खो दिया।
ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर से आए डुल्लू ने आज शाम जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और उनके उपचार की समीक्षा की तथा उनका हालचाल जाना।
घायलों से बातचीत के बाद डुल्लू ने संवाददाताओं से कहा, "हमने जिम्मेदार लोगों की पहचान करने के लिए जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट आने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।" वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ मौजूद डुल्लू ने इस बात पर जोर दिया कि लापरवाही एकतरफा नहीं थी।
उन्होंने बस में क्षमता से अधिक लोगों को ले जाने और बस के विभिन्न राज्यों से गुजरने वाले यात्रियों, चालक और अधिकारियों की जिम्मेदारी का हवाला दिया। उन्होंने कहा, "यह एकतरफा लापरवाही नहीं है। ऐसा नहीं है। सबसे पहले, इस 55 सीटर बस में यात्रा करने वाले यात्रियों को जिम्मेदार होना चाहिए था। बस में क्षमता से अधिक लोगों को ले जाने वाला चालक भी जिम्मेदार है। जम्मू-कश्मीर पहुंचने से पहले यह वाहन कई राज्यों से गुजरा। इसके लिए पुलिस बल सहित वे लोग भी जिम्मेदार हैं।"
डुल्लू ने कहा कि यहां भी कुछ लोगों की यही जिम्मेदारी है और उन्होंने कहा कि इसके लिए जांच के आदेश दिए गए हैं और जिम्मेदार लोगों को सजा दी जाएगी। मुख्य सचिव ने कहा कि घायलों को जल्द स्वस्थ होने के लिए सर्वोत्तम संभव उपचार दिया जाएगा। उन्होंने कहा, "इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में 22 लोगों की जान चली गई और लगभग 70 लोग घायल हो गए। जीएमसी अस्पताल में हमारा दौरा घायलों के सर्वोत्तम संभव उपचार और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए था।" उन्होंने कहा कि सरकार सर्वश्रेष्ठ देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, तथा पूरा प्रशासन जीवन बचाने के लिए काम कर रहा है। डुल्लू ने यह भी कहा कि मृतकों के शवों को उनके मूल स्थानों पर वापस भेज दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, "प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।" यहां जीएमसी अस्पताल में भर्ती घायलों की स्थिति के बारे में उन्होंने कहा, "फिलहाल, करीब 70 लोग अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से दो की निगरानी की जा रही है। बाकी की हालत स्थिर है तथा वे ठीक हो रहे हैं।"