महादेव सट्टेबाजी ऐप के मुख्य प्रवर्तकों में से एक सौरभ चंद्राकर को जल्द ही भारत लाया जा सकता है। धनशोधन और धोखाधड़ी के एक मामले में अंतरराष्ट्रीय पुलिस (इंटरपोल) द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के आधार पर हाल ही में दुबई में उसकी गिरफ्तारी की गई थी। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा चंद्राकर और ऐप के एक अन्य प्रवर्तक रवि उप्पल के खिलाफ ‘रेड नोटिस’ (आरएन) जारी किये जाने के अनुरोध के बाद दोनों को पिछले साल के अंत में दुबई में हिरासत में लिया गया था और ‘‘घर में नजरबंद’’ रखा गया था। आरएन अंतरराष्ट्रीय पुलिस की ओर से जारी किया जाता है।
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में दुबई में गिरफ्तार किए गए चंद्राकर को अगले कुछ दिनों में भारत को प्रत्यर्पित कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय दुबई के अधिकारियों को चंद्राकर के प्रत्यर्पण के लिए आवश्यक दस्तावेज भेजने की प्रक्रिया में जुटा है, जिसके बाद वहां की सक्षम अदालत से संपर्क किया जाएगा।
दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास के सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्हें ‘‘यूएई अधिकारियों से अभी तक कुछ भी नहीं मिला है।’’ बताया जाता है कि चंद्राकर 2019 में दुबई चला गया था और उससे पहले वह छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई शहर में अपने भाई के साथ ‘जूस फैक्ट्री’ नाम से जूस की दुकान चलाता था।
ईडी ने आरोप लगाया है कि महादेव ऑनलाइन बुक (एमओबी) गेमिंग और सट्टेबाजी ऐप में उसकी जांच से छत्तीसगढ़ के विभिन्न बड़े पद के राजनेताओं और नौकरशाहों की संलिप्तता सामने आई है। चंद्राकर और उप्पल दोनों ही छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं।
ईडी ने इस मामले में अबतक कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया है और दो आरोप-पत्र भी दाखिल किए गए हैं।
ईडी ने अपने आरोप-पत्र में कहा है कि चंद्राकर ने फरवरी 2023 में संयुक्त अरब अमीरात के रास अल खैमाह में शादी की और इसमें कारीब 200 करोड़ रुपये ‘नकद’ खर्च किए गए।
एजेंसी ने आरोप लगाया कि चंद्राकर के रिश्तेदारों को भारत से यूएई लाने के लिए निजी जेट किराए पर लिये गए थे और शादी में प्रदर्शन करने के लिए मशहूर हस्तियों को मोटी रकम भुगतान की गई थी।