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पीएम मोदी के 'मन की बात' का 111वां संस्करण; पेरिस ओलंपिक से लेकर योग दिवस तक, जानें क्या-क्या बोले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' रविवार यानी आज फिर हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने...
पीएम मोदी के 'मन की बात' का 111वां संस्करण; पेरिस ओलंपिक से लेकर योग दिवस तक, जानें क्या-क्या बोले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' रविवार यानी आज फिर हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर बात की। मन की बात के 111वें संस्करण में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज वो दिन आ ही गया जिसका हम सभी फ़रवरी से इंतजार कर रहे थे। मैं 'मन की बात' के माध्यम से एक बार फिर आपके बीच, अपने परिवारजनों के बीच आया हूं। एक बड़ी प्यारी सी उक्ति है- 'इति विदा पुनर्मिलनाय' इसका अर्थ भी उतना ही प्यारा है, मैं विदा लेता हूं, फिर मिलने के लिए। इसी भाव से मैंने फरवरी में आपसे कहा था कि चुनाव नतीजों के बाद फिर मिलूंगा और आज, 'मन की बात' के साथ, मैं, आपके बीच फिर हाजिर हूं।

एम. वेंकैया नायडू के जीवन और यात्रा पर आधारित पुस्तकों का विमोचन

मन की बात के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू के जीवन और यात्रा पर आधारित तीन पुस्तकों का विमोचन किया। पीएम मोदी ने कहा, "कल, 1 जुलाई को वेंकैया नायडू जी का जन्मदिन है। उनकी जीवन यात्रा को 75 वर्ष हो रहे हैं। ये 75 वर्ष असाधारण उपलब्धियों के रहे हैं, ये 75 वर्ष अद्भुत पड़ावों के रहे हैं। मुझे खुशी है कि आज मुझे उनकी बायोग्राफी, साथ-साथ दो और पुस्तकें रिलीज करने का अवसर मिला है। मुझे विश्वास है कि ये पुस्तकें लोगों को प्रेरणा देंगी, उन्हें राष्ट्र सेवा की सही दिशा दिखाएंगी..."।

अराकू कॉफ़ी की खेती

मन की बात के 111वें संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "अराकू कॉफ़ी आंध्र प्रदेश के अल्लुरी सीता राम राजू जिले में बड़ी मात्रा में पैदा होती है | ये अपने भरपूर स्वाद और सुगंध के लिए जानी जाती है | अराकू कॉफ़ी की खेती से क़रीब डेढ़ लाख आदिवासी परिवार जुड़े हुए हैं | अराकू कॉफ़ी को नई ऊंचाई देने में गिरिजन कोऑपरेटिव की बहुत बड़ी भूमिका रही है | इसने यहां के किसान भाई-बहनों को एक साथ लाने का काम किया और उन्हें अराकू कॉफ़ी की खेती के लिए प्रोत्साहन दिया | इससे इन किसानों की कमाई भी बहुत बढ़ गई है | इसका बहुत लाभ कोंडा डोरा आदिवासी समुदाय को भी मिला है | कमाई के साथ साथ उन्हें सम्मान का जीवन भी मिल रहा है"।

योग दिवस को भरपूर उत्साह और उमंग के साथ मनाया

मन की बात के 111वें संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "इस महीने पूरी दुनिया ने 10वें योग दिवस को भरपूर उत्साह और उमंग के साथ मनाया है | मैं भी जम्मू- कश्मीर के श्रीनगर में आयोजित योग कार्यक्रम में शामिल हुआ था | कश्मीर में युवाओं के साथ-साथ बहनों-बेटियों ने भी योग दिवस में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया | जैसे-जैसे योग दिवस का आयोजन आगे बढ़ रहा है, नए-नए रिकॉर्ड बन रहे हैं | दुनिया भर में योग दिवस ने कई शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं"।

अगले महीने पेरिस ओलंपिक की शुरुआत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "अगले महीने इस समय तक पेरिस ओलंपिक शुरू हो चुके होंगे | मुझे विश्वास है कि आप सब भी ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का इंतज़ार कर रहे होंगे | मैं भारतीय दल को ओलंपिक खेलों की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं | हम सबके मन में टोक्यो ओलंपिक की यादें अब भी ताज़ा हैं | टोक्यो में हमारे खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने हर भारतीय का दिल जीत लिया था | टोक्यो ओलंपिक के बाद से ही हमारे एथलीट पेरिस ओलंपिक की तैयारियों में जी-जान से जुटे हुए थे | सभी खिलाड़ियों को मिला दें तो इन सबने क़रीब 900 अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है | ये काफ़ी बड़ी संख्या है।"

'एक पेड़ मां के नाम'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर एक विशेष अभियान शुरू किया गया है, इस अभियान का नाम है - 'एक पेड़ मां के नाम' | मैंने भी एक पेड़ अपनी मां के नाम लगाया है | मैंने सभी देशवासियों से दुनिया के सभी देशों के लोगों से ये अपील की है कि अपनी मां के साथ मिलकर या उनके नाम पर एक पेड़ जरूर लगाएं और मुझे ये देखकर बहुत खुशी है कि मां की स्मृति में या उनके सम्मान में पेड़ लगाने का अभियान तेज़ी से आगे बढ़ रहा है"।

'हूल दिवस'वीर सिद्धो-कान्हू के अदम्य साहस से जुड़ा है

मन की बात के 111वें संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज 30 जून का ये दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है | इस दिन को हमारे आदिवासी भाई-बहन 'हूल दिवस' के रूप में मनाते हैं | यह दिन वीर सिद्धो-कान्हू के अदम्य साहस से जुड़ा है जिन्होंने विदेशी शासकों के अत्याचार का पुरज़ोर विरोध किया था | वीर सिद्धो-कान्हू ने हज़ारों संथाली साथियों को एकजुट करके अंग्रेज़ों का जी-जान से मुकाबला किया"।

संविधान और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर अपना अटूट विश्वास दोहराया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं आज देशवासियों को धन्यवाद भी करता हूं कि उन्होंने हमारे संविधान और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर अपना अटूट विश्वास दोहराया है | 24 का चुनाव दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था | दुनिया के किसी भी देश में इतना बड़ा चुनाव कभी नहीं हुआ, जिसमें 65 करोड़ लोगों ने वोट डाले हैं | मैं चुनाव आयोग और मतदान की प्रक्रिया से जुड़े हर व्यक्ति को इसके लिए बधाई देता हूं।"

पीएम मोदी ने कहा, "मन की बात' रेडियो प्रोग्राम भले ही कुछ महीने बंद रहा हो लेकिन 'मन की बात' का जो आत्मा है देश में, समाज में, हर दिन अच्छे काम, निस्वार्थ भावना से किए गए काम, समाज पर सकारात्मक असर डालने वाले काम- निरंतर चलते रहे | चुनाव की खबरों के बीच निश्चित रूप से मन को छू जाने वाली ऐसी ख़बरों पर आपका ध्यान गया होगा"।

'इति विदा पुनर्मिलनाय'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज वो दिन आ ही गया जिसका हम सभी फ़रवरी से इंतज़ार कर रहे थे | मैं 'मन की बात' के माध्यम से एक बार फिर आपके बीच, अपने परिवारजनों के बीच आया हूं। एक बड़ी प्यारी सी उक्ति है - 'इति विदा पुनर्मिलनाय' इसका अर्थ भी उतना ही प्यारा है, मैं विदा लेता हूं, फिर मिलने के लिए | इसी भाव से मैंने फ़रवरी में आपसे कहा था कि चुनाव नतीजों के बाद फिर मिलूंगा, और आज, 'मन की बात' के साथ, मैं, आपके बीच फिर हाज़िर हूं।"

 

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