एक बार फिर रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं। सोमवार को रूसी सेना ने लंबी दूरी की मिसाइलों से यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों नें ऊर्जा, सैन्य और संचार सुविधाओं पर हमला किया। हमले में आठ नागरिकों की मौत हो गई और कई अन्य जख्मी हो गए। रूस की कार्रवाई के बाद G7 की आपात बैठक मंगलवार को बुलाई गई है। इसे जेलेंस्की भी संबोधित करेंगे। साथ ही जेलेंस्की ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों से भी फोन पर बात की है और एयर डिफेंस उपकरण मांगे हैं।
हमलों के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, "क्रीमिया पुल विस्फोट आतंकवाद का एक कार्य है; पुल हमले के पीछे यूक्रेन के विशेष बल। यूक्रेन ने भी तुर्की स्ट्रीम पाइपलाइन को उड़ाने की कोशिश की है ... अगर रूस के खिलाफ हमले जारी रहते हैं, तो प्रतिक्रिया कठोर होगी।"
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि हमलों में खास तौर पर ऊर्जा स्टेशनों को निशाना बनाया गया है। दहशत और अराजकता फैलाने की कोशिश है। रूस हमारी ऊर्जा प्रणाली को नष्ट करना चाह रहा है। हमलों पर यूरोपीय संघ ने कहा था कि रूस का यूक्रेन के नागरिकों पर हमला युद्ध अपराध की श्रेणी में आता है।
बर्लिन ने कहा कि जी-7 के नेता और यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की यूक्रेन पर नवीनतम रूसी हमलों पर चर्चा करने के लिए कल आपात वार्ता करेंगे। जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने ज़ेलेंस्की को "जर्मनी और अन्य जी 7 राज्यों की एकजुटता का आश्वासन दिया।"