राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के स्तर और हवा में घुला जहर लोगों को डरा रहा हैं। बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। छठ महापर्व के दौरान जहरीली हुई राजधानी की हवा लोगों के लिए समस्या पैदा कर रही है। दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 400 के पार जा पहुंचा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के डेटा के अनुसार, सुबह सात बजे मुंडका में एक्यूआई 419 बवाना में 412, बुराड़ी में 370, अशोक विहार 398, आईटीओ 327, जहांगीरपुरी 398, रोहिणी 395, नजफगढ़ 354, आरकेपुरम 373, पंजाबी बाग 388, सोनिया विहार 381, द्वारका सेक्टर 8 में 355 दर्ज किया गया है।
उधर, मंगलवार को लगातार एक्यूआई 370 से ऊपर, बेहद खराब श्रेणी में रहा। हालांकि, सोमवार की तुलना में आठ अंक की कमी दर्ज की गई। मंगलवार की सुबह 6:30 बजे सफदरजंग में दृश्यता 800 मीटर दर्ज की गई। वहीं, आनंद विहार समेत कई इलाकों में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। एनसीआर में दिल्ली के बाद गुरुग्राम सर्वधिक प्रदूषित रहा। दिल्ली की हवा समग्र रूप से बेहद खराब श्रेणी में बनी रही। मौसम विभाग के मुताबिक छठ पूजा पर हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच सकती है। वहीं, चार नवंबर को दिल्ली में पीएम 2.5 की मात्रा में पराली जलाने से होने वाले रोजाना औसत योगदान लगभग 23.36 फीसदी रहा।
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच को ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’, 401 से 450 के बीच ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर एक्यूआई को ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है।