नार्वे के बर्गन विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने कम पकाये गये कार्बोहाइडेट या वसा का स्वास्थ्य पर समान प्रभाव का पता लगाया। परीक्षण में तोंद वाले 38 पुरूषों को शामिल किया गया। इन लोगों को बहुत अधिक कार्बोहाइडेट या वसा दिया गया, जिसमें से आधा संतृप्त वसा था।
पेट पर वसा को हृदय संबंधी बीमारियों के प्रमुख खतरे के तौर पर देखा जाता है लेकिन प्रोफेसर ओटर निगार्ड ने बताया, बहुत अधिक मात्रा में पूर्ण और संतृप्त वसा का सेवन हृदय रोगों के खतरों को नहीं बढ़ाता है।
इस अध्ययन का प्रकाशन द अमेरिकन जर्नल आफ क्लिनिकल न्यूटिशन में हुआ है।
भाषा