किन्तु, अक्सर मरीज हृदयघात के लक्षणों को बहुत समय तक समझ नहीं पाते और डॉक्टर तक जाना टालते रहते हैं। जब वे डॉक्टर तक पहुँचते हैं तब तक बहुत देर हो चुकी होती है और ह्रदय कि मांसपेशियां हमेशा के लिए मृत्त हो जाती हैं. इसलिए, जनसाधारण तक हृदय रोगों के लक्षणों के बारे में जानकारी पहुँचाना अत्यंत आवश्यक हो गया है।
एक अरब से अधिक आबादी वाली देश में गांव - गांव तक जागरूकता लाना लगभग असंभव सा ही प्रतीत होता है, किन्तु मैक्स हार्ट इंस्टिट्यूट के वरिष्ठ ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राजीव राठी ने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके एक अनोखा और सटीक तरीका ईजाद किया है। देश के कोनों कोनों में स्मार्टफोन के तेजी से बढ़ते प्रयोग को देख उन्होंने एक ऐसी मोबाइल एप्प बनाई है जिससे लोग घर बैठे अपने फोन पर पता लगा सकते हैं की उन्हें ह्रदय की बीमारी के लक्षण तो नहीं।
द हार्ट एॅप गूगल प्लेस्टोर पर मुफ्त में उपलब्ध है यह एप्प एक डॉक्टर की भाँति मरीज से उनके लक्षण पूछती है और यह पता लगाती है कि उनके लक्षणों का कारण ह्रदय कि बीमारी है या नहीं, ताकि मरीज वक्त रहते अपना इलाज करा सकें। सिर्फ यह ही नहीं, इस एप्प पर मरीज ह्रदय से जुडी सभी जानकारी पा सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन शैली अपना सकते हैं। एप्प निर्माता डॉक्टर राठी कहते हैं मुझे उम्मीद है कि अधिक से अधिक लोग इस मुफ्त सर्विस का उपयोग करेंगे और अपने परिवार व मित्रों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे, ताकि देश में ह्रदय की बीमारियों से होने वाली मृत्यु दर को कम किया जा सके।