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'नए भारत के लिए आकाश भी कोई सीमा नहीं है': त्रिनिदाद और टोबैगो में प्रधानमंत्री मोदी

दो दिवसीय त्रिनिदाद और टोबैगो दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर नए भारत की बात...
'नए भारत के लिए आकाश भी कोई सीमा नहीं है': त्रिनिदाद और टोबैगो में प्रधानमंत्री मोदी

दो दिवसीय त्रिनिदाद और टोबैगो दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर नए भारत की बात की और दावे से कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएगा। इस दौरान उन्होंने यहां रह रहे 45 प्रतिशत भारतीय मूल के लोगों की साहसिक यात्रा को नमन किया। 

गुरुवार को प्रवासी भारतीयों की एक सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत आज अवसरों की भूमि है और इसकी वृद्धि और प्रगति का लाभ "सबसे जरूरतमंदों" तक पहुंच रहा है। पीएम मोदी ने कहा, "नए भारत के लिए आसमान भी सीमा नहीं है।"

बता दें कि मोदी ने अपने पांच देशों के दौरे के दूसरे चरण में त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचने के कुछ घंटों बाद इस कार्यक्रम में भाग लिया। 1999 के बाद से यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस कैरेबियाई द्वीप राष्ट्र की पहली द्विपक्षीय यात्रा है।

यहां की जनसंख्या लगभग 13 लाख है, जिनमें से 45 प्रतिशत भारतीय मूल के हैं। प्रधानमंत्री, जिनका कैरेबियाई देश में पहला कार्यक्रम भारतीय समुदाय के साथ था, ने कहा कि यह पूरी तरह से स्वाभाविक लगता है, क्योंकि "हम एक परिवार का हिस्सा हैं।" 

त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य, सांसद और कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों सहित 4,000 से अधिक लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, "त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा साहस से भरी है। आपके पूर्वजों ने जिन परिस्थितियों का सामना किया, वे सबसे मजबूत आत्माओं को भी तोड़ सकती थीं। लेकिन उन्होंने उम्मीद के साथ कठिनाइयों का सामना किया। उन्होंने समस्याओं का दृढ़ता के साथ सामना किया। उन्होंने गंगा और यमुना को पीछे छोड़ दिया, लेकिन रामायण को अपने दिल में रख लिया।"

उन्होंने एक एक्स पोस्ट में कहा, "पोर्ट ऑफ स्पेन में सामुदायिक कार्यक्रम शानदार था। लोगों की ऊर्जा और गर्मजोशी ने इसे वास्तव में अविस्मरणीय बना दिया। जाहिर है, हमारे सांस्कृतिक बंधन चमकते हैं!"

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय समुदाय के सदस्यों के योगदान से त्रिनिदाद और टोबैगो को "सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से" लाभ हुआ है। 

उन्होंने कहा, "उनके योगदान से इस देश को सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से लाभ हुआ है। इस खूबसूरत देश पर आप सभी के प्रभाव को देखिए।"

मोदी ने कहा कि वे राम मंदिर की प्रतिकृति और अयोध्या स्थित सरयू नदी का कुछ जल लेकर आए हैं। उन्होंने कहा, "आप सभी जानते हैं कि इस वर्ष की शुरुआत में विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम, महाकुंभ, सम्पन्न हुआ। मुझे महाकुंभ का जल भी अपने साथ ले जाने का सम्मान प्राप्त हुआ है।"

उन्होंने कहा, "मैं कमला जी (प्रधानमंत्री) से अनुरोध करता हूं कि वे सरयू नदी और महाकुंभ का पवित्र जल यहां गंगा धारा में अर्पित करें। ये पवित्र जल त्रिनिदाद और टोबैगो के लोगों को आशीर्वाद प्रदान करें।"

मोदी ने कहा कि भारत गिरमिटिया समुदाय का एक व्यापक डेटाबेस बनाने पर सक्रिय रूप से काम कर रहा है। इस समुदाय में ब्रिटिश भारत से दक्षिण अफ्रीका, फिजी, मॉरीशस और कैरिबियाई द्वीपों में बागानों में काम करने के लिए भेजे गए गिरमिटिया मजदूर शामिल हैं।

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने भारतीय अर्थव्यवस्था की लचीलापन और इसके ऊपर की ओर बढ़ने की दिशा पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। जल्द ही हम दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे। भारत की वृद्धि और प्रगति का लाभ सबसे जरूरतमंदों तक पहुंच रहा है।"

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने दिखा दिया है कि गरीबों को सशक्त बनाकर गरीबी को हराया जा सकता है और पहली बार करोड़ों लोगों में यह विश्वास पैदा हुआ है कि देश को गरीबी से मुक्त किया जा सकता है। मोदी ने कहा कि भारत की वृद्धि उसके "नवोन्मेषी और ऊर्जावान" युवाओं द्वारा संचालित हो रही है।

उन्होंने कहा, "आज भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप केंद्र है। इनमें से करीब आधे स्टार्टअप में निदेशक के रूप में महिलाएं हैं। करीब 120 स्टार्टअप को यूनिकॉर्न का दर्जा प्राप्त है।"

उन्होंने कहा, "कृत्रिम बुद्धिमत्ता, सेमीकंडक्टर और क्वांटम कंप्यूटिंग के लिए राष्ट्रीय मिशन विकास के नए इंजन बन रहे हैं। एक तरह से, नवाचार एक जन आंदोलन बन रहा है।"

मोदी ने भारत के एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) का भी प्रदर्शन किया और कहा कि इसने डिजिटल भुगतान में क्रांति ला दी है।

पीएम मोदी ने कहा, "दुनिया के लगभग 50 प्रतिशत वास्तविक समय के डिजिटल लेन-देन भारत में होते हैं। मैं त्रिनिदाद और टोबैगो को बधाई देता हूं कि वह इस क्षेत्र में यूपीआई अपनाने वाला पहला देश है। अब पैसे भेजना 'गुड मॉर्निंग' टेक्स्ट मैसेज भेजने जितना आसान होगा! और मैं वादा करता हूं कि यह वेस्टइंडीज की गेंदबाजी से भी तेज होगा।"

प्रधानमंत्री ने बुनियादी ढांचे, रक्षा और विनिर्माण के क्षेत्र में भारत के तीव्र विकास और परिवर्तन को भी रेखांकित किया।

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