सर गंगाराम अस्पताल में मेडिकल ऑन्कोलॉजी में वरिष्ठ कंसल्टेंट डा. श्याम अग्रवाल ने पीटीआई-भाषा को बताया, शादी करने में देरी, जंक और डिब्बाबंद खान-पान और माताओं द्वारा बच्चों को पर्याप्त स्तनपान नहीं करवाना इस कैंसर की वजहों में शामिल है। दिल्ली के अपोलो अस्पताल में कंसल्टेंट ऑन्कोलाजिस्ट डा. रमेश सरीन कहते हैं, भारत में इसे लेकर हालात चिंताजनक हैं। देर से शादी करना या शादी नहीं करना, केवल एक बच्चे को जन्म देना, असक्रिय जीवनशैली, कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करना इसे और खराब बना देते हैं। अक्तूबर को स्तन कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है।
भाषा