तेज बारिश, रंग बिरंगी छतरियां, भीगी सड़कें और सड़कों पर जमा पानी के छोटे-छोटे तालाब- जब भारत में मानसून के बारे में सोचते हैं तो क्या यही चीजें आपके दिमाग में आती हैं? तो जरूरत है कि कुछ वक्त के लिए अपनी जगह से निकल, ऐसी जगहों पर जाया जाए जो भारत में बारिश के मौसम के बारे में आपकी सोच बदल दे। हम कुछ ऐसी जगहों के बारे में बता रहे हैं जहां आप बारिश की ठंडी हवा का एहसास कर सकते हैं, धरती पर टिप-टिप गिरती बूंदों का आनंद उठा सकते हैं और बारिश से गीली मिट्टी की सुगंध ले सकते हैं। भारत में मानसून वस्तव में आनंद की गाथा है, चिलचिलाती गर्मी से राहत का एहसास है और सही मायनों में सौंदर्य का प्रतीक। भारत में मानसून का मजा लेने के लिए हम ऐसी ही कुछ जगहों के बारे में बता रहे हैं:
मन्नार, केरल
मन्नार के लहराते हुए से पहाड़, दक्षिण भारत के उत्तम चाय बागान, हरी चाय की उपज वाली जगहें, मन्नार में एक से बढ़कर एक दृश्य हैं। खासतौर पर मानसून के दौरान थोड़ी नीची पहाड़ियां और पहाड़ की चोटियों को ढकती हुई धुंध की छटा। हालांकि बहुत सारे पर्यटक मानसून के दौरान मन्नार आना पसंद नहीं करते। लेकिन यकीन मानिए अगर किसी पहाड़ी जगह पर अच्छी छुट्टियां बिताने का मन है तो मन्नार ऐसी ही जगहों में से एक है। ये होटलों के किराये में छूट का फायदा उठाने का मौसम भी है। मानसून में मन्नार आएं तो छतरी या फिर रेनकोट साथ जरूर रखें।
ठहरने की जगह
लग्जरी- द विंडमर इस्टेट, मन्नार (www.windermeremunnar.com)
ठीकठाक खर्च में- ब्रैकनेल फॉरेस्ट, बिसन घाटी मार्ग,ओट्टामारम, मन्नार (www.bracknellforestmunnar.com)
कम खर्च में- रॉयल रिट्रीट, कनन देवन हिल्स, मन्नार (www.royalretreat.co.in)
उदयपुर, राजस्थान
इस खूबसूरत शहर में हर तरफ ऐतिहासिक इमारतें हैं जो राजसी ठाठबाट का एहसास कराती हैं। बेहद करीने से बनाई गई जगहें हैं यहां, हवेलियां, गूंजते हुए रास्ते और खूबसूरत झीलें। जुलाई-अगस्त के महीने में उदयपुर शहर आकर ये जाना जा सकता है कि आखिर इसे पूरब का वेनिस क्यों कहा जाता है। बावजूद इसके मानसून के मौसम में उदयुपर यात्रियों के लिए मशहूर गंतव्य स्थान नहीं है। इस शहर में हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं, यहां ठहरने के लिए सस्ते से लेकर महंगे हर तरह के होटल-रेस्तरां उपलब्ध हैं। जहां राजस्थानी व्यंजन परोसे जाते हैं। इसके साथ ही हाथ से बनी वस्तुओं की खरीदारी के लिए यहां के बाजार बेहद लोकप्रिय हैं।
अरावली की पहाड़ियों से घिरा हुआ मानसून महल 1884 में महाराणा सज्जन सिंह ने बनवाया था। इसे हाल ही में लोगों के लिए खोला गया है। हलकी बारिश के बाद मानसून महल पर चिड़ियों के झुंड की खूब आवाजाही होती है, ये दृश्य देखते ही बनता है। चारों तरफ हरियाली ही हरियाली और आनंदित कर देनेवाली झील। दिल्ली से सड़क मार्ग के जरिये 11 घंटे की दूरी पर, उदयपुर की ये खूबसूरती सिर्फ मानसून के मौसम में ही देखी जा सकती है। यहां जरूर देखी जानेवाली जगहों में पिछोला झील, फतेह सागर झील, सिटी पैलेस, जग मंदिर और उदयपुर घाट हैं।
ठहरने की जगह
लग्जरी- ओबेराय उदयविलास (www.oberoihotels.com)
ठीकठाक खर्च में- होटल हिलटॉप पैलेस (www.udaipurhotelhilltoppalace.com)
कम खर्च में-पूनम हवेली (www.hotelpoonamhaveli.com)
गोवा
मानसून के मौसम में गोवा में देखने के लिए काफी कुछ है, न कि वही पुराने समंदर तट और सुरम्य परिदृश्य। दूधसागर झरना वो जगह है जहां बारिश के मौसम का रोमांच महसूस किया जा सकता है। गोवा के दक्षिणी हिस्से पर स्थित मोलेम और कर्नाटक सीमा से लगता हुआ दूधसागर झरने की मानसून के मौसम में बेहद लोकप्रिय जगहों में से एक है। जून से सितंबर के बीच, हरे जंगलों से घिरे हुए दूधसागर झरने के दृश्य आपको जेहन में उतरते चले जाएंगे। थोड़ा दूर से देखने पर दूधसागर झरना ऐसे लगता है मानो पहाड़ से पानी की जगह दूध गिर रहा हो, इसी वजह से इसका नाम दूधसागर पड़ा, जिसका मतलब है दूध का समंदर। प्रकृति के नजारों का लुत्फ उठाते हुए यहां के ठंडे पानी में कुछ डुबकियां लगाना बिलकुल न भूलें।
ठहरने की जगह
लग्जरी- द लीला, गोवा (www.theleela.com)
ठीकठाक खर्च में- अगौड़ा एंकरएज- विला रिसॉर्ट (www.aguadaanchorage.com)
कम खर्च में- 16 डिग्री नॉर्थ (www.16degreesnorth.com)
कच्छ, गुजरात
गुजरात के उत्तर पश्चिम में स्थित कच्छ भारत का सबसे बड़ा जिला है। यहां 18 आदिवासी संस्कृतियां हैं जो इस जगह को यात्रियों के बीच लोकप्रिय बनाती हैं। स्वप्निल क्षितिज के साथ कभी न खत्म होनेवाला रेगिस्तान मानसून में लुभावने दृश्य उकेरता है। मानसून के समय पानी में डूबकर कच्छ सपनों सरीखी जगह बन जाता है। साल के बाकी समय में यहां दूर तक फैला सफेद नमक दिखायी देगा जिसकी वजह से ये सफेद रेगिस्तान लगता है। पूर्णिमा की रात में यहां के ढोरडो क्षेत्र में गुजरात की समृद्ध संस्कृति और परंपरा का उत्सव मनाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कच्छ में जरूर की जानेवाली चीज में से एक है पूरे चंद्रमा यानी पूर्णिमा की रात कच्छ के रण में ऊंट की सवारी करना।
ठहरने की जगह
लग्जरी- रेडिसन होटल कांडला (www.radisson.com)
ठीकठाक खर्च में- इनफिनिटी रण,कच्छ (www.infinityresorts.com)
कम खर्च में- होटल जेपी (www.hoteljpkutch.com)
लद्दाख, जम्मू और कश्मीर
घूमने के लिए एक शानदार जगह है लद्दाख, खासतौर पर मानसून के मौसम में। बारिश का जो अनुभव यहां होगा वो पूरे देश में कहीं नहीं मिलेगा, इसलिए मानसून यहां आने के लिए उचित समय है। लेह के बुद्ध मोनास्ट्री और ऐतिहासिक इमारतें यात्रियों के लिए सबसे बड़ा आकर्षण हैं। शहर के केंद्र में करीब 800 वर्ष पुराना काली मंदिर है जहां एक से बढ़कर एक मुखौटे देखने को मिलेंगे। 17वीं सदी का लेह महल पारंपरिक तिब्बती शैली में बना हुआ है, यहां से पूरा शहर देखा जा सकता है। प्रकृति और रोमांच प्रेमियों के लिए लेह में काफी कुछ है। पैरा ग्लाइडिंग, हाइकिंग के रोमांच का अनुभव कर सकते हैं। अगर ट्रैकिंग करना चाहें तो अपने लिए एक ट्रैकिंग मार्ग चुन सकते हैं।
बरसात में लेह की इंडस नदी और नुब्रा घाटी की श्योक नदी में वाटर राफ्टिंग भी संभव है। खरदुंग ला में विश्व का सबसे ऊंचा मोटर मार्ग है, जो यहां की यात्रा में कभी न भुलाया जा सकने वाला एक और अनुभव जोड़ता है। जनस्कर नदी के रास्ते पर बढ़ते हुए बड़े-बड़े ग्लेशियर, हरेभरे गांव, बुद्ध मोनास्ट्री इस यात्रा को और रोमांचक बनाते हैं। नुब्रा घाटी में ऊंट की सवारी भी करायी जाती है। चीन की तरफ जाती हुई नीली-काली पैंगॉन्ग झील भी यहां के दर्शनीय स्थलों में से एक है। यात्रा लंबी जरूर होती है लेकिन थिक्से गांव से एक के बाद एक मोनास्ट्री से गुजरते हुए, ऊंचे पर्वतों को देखते हुए चांग्ला पास पहुंच जाएंगे। सितंबर के पहले दो हफ्ते में लद्दाख महोत्सव भी यहां आने की एक अच्छी वजह देता है। लेह में ये महोत्सव शुरू होता है, सड़कों पर महोत्सव की झलकियां देखी जा सकती हैं, स्थानीय लोग पारंपरिक वेशभूषा में नजर आते हैं, लोकगीत और नृत्य किए जाते हैं।
ठहरने की जगह
लग्जरी- द ग्रैंड ड्रैगन, लद्दाख (www.thegranddragonladakh.com)
ठीकठाक खर्च में- होटल लद्दाख कॉन्टिनेंटल (www.ladakhcontinental.com)
कम खर्च में- होटल कांग-ला फो ( +91 9419178623 या ईमेल करें [email protected])