पत्रकारों को संबोधित करते हुए राव ने कहा कि उनके पास कई प्रकार की शिकायतें आई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह फैसला नहीं है, इस पर बाकायदा विचार किया जाएगा। राव ने कहा कि मौजूदा अनियंत्रित परिस्थितियों के विपरीत हम पत्रकार मित्रों के साथ सलाह-मशविरे से फैसला करने की सोच रहे हैं कि क्या हम मीडियाकर्मियों की आवाजाही पर एक व्यवस्था बना सकते हैं।
उनका कहना है कि सरकार की अलोकतांत्रिक होने की कोई मंशा नहीं है। हम मीडिया से सलाह मांगेंगे कि कैसे यह नियंत्रित और अनुशासनात्मक तरीके से हो सकती
है। उसी अनुसार आगे बढ़ेंगे।
तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष पोन्नाला लक्षमैया ने कहा कि यह मीडिया को नियंत्रित करना सरकार का तानाशाह रवैया बताता है। वहीं भाजपा के प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने इसे अलोकतांत्रिक बताया।