पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच उपभोक्ताओं को राहत न मिलने पर केंद्र सरकार को घेरते हुए पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने पांच सवाल पूछे हैं। इसके साथ ही तेल मार्केटिंग कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम को ओएनजीसी को बेचने के प्रोसेस पर भी सवाल उठाए हैं।
चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए पूछा कि पेट्रोल और डीजल के दाम देश भर में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। ऐसे में केंद्र सरकार क्यों नहीं उपभोक्ताओं को राहत दे रही है। यह पूरी तरह से उपभोक्ताओं के विरुद्ध है।
3. Petrol and Diesel prices have hit the roof. Govt continues to squeeze the consumers. Absolutely anti-consumer.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 21, 2018
साथ ही उन्होंने पूछा कि भाजपा पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में क्यों नहीं ला रही है?
5. Why doesn't the BJP bring Petrol and Diesel under GST and give relief to consumers?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 21, 2018
चिदंबरम ने कहा कि सरकार 30 हजार करोड़ रुपये तक ही उधारी में कटौती कर सकती है, लेकिन एचपीसीएल के शेयर्स खरीदने के लिए ओएनजीसी 30 हजार करोड़ रुपये उधार लेकर सरकार को भुगतान करेगी, तो इसमें अंतर कहां रहा, यह एक ही बात हुई और ये 30 हजार करोड़ रुपये बाजार में राजकोषीय घाटे में ही जुड़ेंगे।
1. Govt cuts borrowing by Rs 30,000 crore, but ONGC will borrow Rs 30,000 crore to pay govt for HPCL shares. It has the same effect.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 21, 2018
4. Government has reaped a windfall through massive taxation of Petrol and Diesel. And the money was squandered in wasteful expenditure.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 21, 2018
2. Analysts and the market will add Rs 30,000 crore to the fiscal deficit.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 21, 2018