राहुल के वकील नीरज गुप्ता ने कहा, मैं मानवीय आधार पर मामले से अलग हुआ हूं। मुझे महसूस हुआ कि मुझे यह केस नहीं लड़ना चाहिए। इसिलए मैं इस मामले से अलग हो गया। ताकि किसी के साथ अन्याय न हो।
गुप्ता ने दावा किया, एक क्लाइंट को सही या गलत, अच्छी या बुरी, सभी सूचनाएं वकील को देनी चाहिए लेकिन मुझे अंधेरे में रखा गया और मुझे मामले के बारे में कई बातें मीडिया से पता चलीं।
उनसे राहुल के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के बाद लिए गए अपने फैसले पर पूछा गया कि क्या उन्होंने, प्राथमिकी दर्ज होने अपना मन बदला है? तब उन्होंनें जवाब दिया, प्राथमिकी का इस निर्णय से कुछ लेना देना नहीं है। एक वकील हमेशा ऐसी चीजों के लिए तैयार रहता है।
राहुल अभी अस्पताल में भर्ती हैं। प्रत्यूषा की मां सोमा ने बंगुरनगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने एक प्राथमिकी दर्ज की थी जिसके बाद कल राहुल के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था।