नासा का सौर-उर्जा से संचालित अंतरिक्षयान जूनो पृथ्वी से प्रक्षेपण के पांच साल बाद मंगलवार पांच जुलाई 2016 को बृहस्पति की कक्षा में प्रवेश कर गया। इस उपलब्धि को ग्रहों के राजा और हमारे सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति की उत्पत्ति और विकास को समझने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
वैज्ञानिकों ने एक ऐसा नया तरीका इजाद किया है जिससे किसी के खून के जरिए उस व्यक्ति को 10 साल बाद होने वाली हृदय की बीमारी का पूर्वानुमान किया जा सकता है।
विश्व के जानेमाने भौतिकशास्त्रियों में से एक स्टीफन हॉकिंग पूरे ज्ञात ब्रह्मांड का मानचित्र तैयार करने की योजना की घोषणा करने वाले हैं। हॉकिंग यह मानचित्र उस सुपरकम्प्युटर का इस्तेमाल करके तैयार करेंगे जिसे उन्होंने कैंब्रिज विश्वविद्यालय में स्थापित किया था।
भारत की ओर से चार छात्राओं समेत 13 इंजीनियरिंग छात्रों का एक दल नासा की प्रतिष्ठित वैश्विक प्रतियोगिता में हिस्सा लेगा। यह प्रतियोगिता रिमोट संचालित वाहनों को डिजाइन करने और बनाने को लेकर है।
वैज्ञानिकों ने मनुष्य के डीएनए द्वारा प्रतिकृति बनाने और अपनी मरम्मत कर लेने से जुड़ी एक अहम गुत्थी को सुलझाने में सफलता हासिल की है। डीएनए को हर किस्म के जीवन के लिए जरूरी माना जाता है।
सौर मंडल में 10 साल बाद एक दुर्लभ खगोलीय घटना का संयोग बन रहा है। नौ मई को सूर्य के सामने बुध ग्रह एक काले बिंदु की तरह गुजरता दिखाई देगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक ऐसा अद्भुत नजारा होगा जो नई पीढ़ी खासकर स्कूल एवं कालेज के छात्रों की खगोल जगत के संबंध में कौतुहल को दूर करने के साथ ही उन्हें सौर मंडल की आकाशीय घटना से रूबरू कराएगा।
एतिहासिक है सूरज और धरती के बीच छोटे से बुध ग्रह का आना और पांच घंटे पर बने रहना, वैज्ञानिक इस परिघटना के अध्ययन में जुटे, सूरज की छवि को एक शीट पर रिफलेक्ट करके ही देखने की सलाह
भारत ने गुरुवार को आईआरएनएसएस-1जी उपग्रह का सफल प्रक्षेपण किया। इस के साथ ही भारत ने भी अमेरिका के जीपीएस की तर्ज पर क्षेत्रीय दिशासूचक प्रणाली का अपना ऐतिहासिक अभियान पूरा कर लिया।