अंतरिक्ष में एक अनोखी घटना घटित होने जा रही है। बुध ग्रह ऊर्फ मरकरी का ट्रांसिट या यूं कहें गुजरना हमारे आसपास से होगा। ऐसा 9 मई को होने जा रहा है। उस दिन बुध ग्रह सूरज और पृथ्वी के बीचों-बीच होगा। सूरज और पृथ्वी के बीच बुध ग्रह तकरीबन पांच घंटे रहेगा। ऐसी स्थिति दोबारा वर्ष 2032 में होने की संभावना है। हालांकि तब शायद इतने अधिक समय के लिए न हो।
यह नजारा भारत में भी दिखाई देगा, जिसे हम शाम ढलने तक देख सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे नंगी आंखों से कत्तई नहीं। एस्ट्रोनोमिकल सोसायटी ऑफ इंडिया का कहना है कि नंगी आंखों या किसी भी तरह के लेंस या बाइनिकुलर या टेलिस्कोप से नहीं देखा जाना चाहिए। इससे आंखों को नुकसान हो सकता है।
इस बारे में नेहरू तारामंडल की डॉ. एन, रत्नासिरी ने आउटलुक को बताया कि देश भर में तारामंडलों में खास इंतजाम किया गया है बुध ग्रह को देखने के लिए। इसमें सूरज को सीधे देखने के बजाय एक सादे कागज में उसकी छवि दिखाई आएगी और वहां से बुध ग्रह का मूवमेंट देखा जाएगा। उन्होंने बताया कि यह बहुत रोचक घटना है क्योंकि इससे हम अपने अंतरिंक्ष और ग्रहों की गति, आकार और दूरी के बारे में जानते हैं। वैज्ञानिक इस परिघटना का इस्तेमाल बुध ग्रह के बारे में ज्यादा जानकारी लेने में करेंगे, खासतौर से दूरी का आंकलन किया जाएगा। भारतीय समय के हिसाब से देश में इसे 4.40 शाम के बाद देखा जा सकता है। बुध ग्रह क्योंकि आकार में बहुत ही छोटा है इसलिए अगर उसे ताराघर में देखा जाए तो उसकी गति साफ पहचानी जा सकेगी। इसका सजीव प्रसारण राज्यसभा टीवी पर 9 मई को श्रीनगर से किया जाएगा, जहां एस्ट्रोनॉमी पर एक सम्मेलन हो रहा है।