एशिया कप में आज रविवार को खेले जाने वाले भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर भारतीय जनता पार्टी की आलोचना करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिद्वंद्वी देश के साथ क्रिकेट मैच खेलने के फैसले पर सवाल उठाया और सरकार से मानव जीवन के नुकसान की तुलना में मौद्रिक लाभ पर स्पष्टता मांगी।
ओवैसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "असम के मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और उन सभी से मेरा सवाल है कि क्या आपके पास पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट मैच खेलने से इनकार करने की शक्ति नहीं है, जिसने पहलगाम में हमारे 26 नागरिकों का धर्म पूछा और उन्हें गोली मार दी।"
एआईएमआईएम प्रमुख ने भाजपा से सवाल किया कि क्या मैच से कमाया गया पैसा पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए 26 नागरिकों की जान से ज्यादा कीमती है।
उन्होंने कहा, "हम प्रधानमंत्री जी से पूछते हैं कि जब आपने कहा कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते, बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं हो सकते, तो बीसीसीआई को एक क्रिकेट मैच से कितना पैसा मिलेगा, 2000 करोड़ रुपये, 3000 करोड़ रुपये?"
उन्होंने पूछा, "क्या पैसे की कीमत हमारे 26 नागरिकों की जान से ज्यादा है? यह बात भाजपा को बतानी चाहिए। हम कल भी उन 26 नागरिकों के साथ खड़े थे, आज भी उनके साथ खड़े हैं और कल भी उनके साथ खड़े रहेंगे।"
टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले को लेकर गुस्सा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से उपजा है, जिसमें 22 अप्रैल को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने 26 पर्यटकों को मार डाला था। इस मुकाबले को लेकर मिली-जुली भावनाएं हैं और पाकिस्तान के खिलाफ इस मुकाबले का बहिष्कार करने की मांग की जा रही है।
इससे पहले, कांग्रेस नेता अभिषेक दत्त ने खेल में देश की भागीदारी की आलोचना की और कहा कि मैच रद्द कर दिया जाना चाहिए। एएनआई से बात करते हुए दत्त ने कहा कि यह निर्णय सरकार के "आतंकवाद से बातचीत न करने" के रुख के विपरीत है।
उन्होंने पूछा, "एक तरफ़ आप ऑपरेशन सिंदूर की बात करते हैं, कहते हैं कि आतंक से बातचीत नहीं, आतंक से व्यापार नहीं। हमारा प्रतिनिधिमंडल विदेशों में गया। आज पाकिस्तान के साथ मैच खेलकर आप क्या संदेश देना चाहते हैं?"