केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से डरता है और इसलिए जम्मू-कश्मीर में सीमा पर शांति है।
शाह ने केंद्रशासित प्रदेश में पुंछ जिले के सीमावर्ती इलाके में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार मुर्तजा खान के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने ‘‘युवाओं के हाथों में बंदूकों और पत्थरों की जगह लैपटॉप देकर आतंकवाद का सफाया करने के लिए’’ भाजपा नीत केंद्र सरकार की सराहना की और कहा कि उनकी सरकार जम्मू क्षेत्र के पहाड़ों में बंदूकों की आवाज नहीं गूंजने देगी।
शाह ने कहा, ‘‘हम लोगों की सुरक्षा के लिए सीमा पर और बंकर बनाएंगे। मैं आपको 1990 के दशक में सीमा पार से होने वाली गोलीबारी की याद दिलाना चाहता हूं... क्या आज भी सीमा पार से गोलीबारी हो रही है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा इसलिए है क्योंकि यहां पहले के शासक पाकिस्तान से डरते थे, लेकिन अब पाकिस्तान मोदी से डरता है। वे गोलीबारी करने की हिम्मत नहीं करेंगे, लेकिन अगर वे ऐसा करते हैं, तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।’’
भाजपा नेता जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर आए हैं और उनका पुंछ के सुरनकोट, राजौरी जिले के थानामंडी एवं राजौरी तथा जम्मू जिले के अखनूर में चार और चुनावी रैलियों को संबोधित करने का कार्यक्रम है।
अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और तत्कालीन राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों - जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख में विभाजित किए जाने के बाद जम्मू- कश्मीर में विधानसभा चुनाव पहली बार हो हो रहा है।
पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को हुआ था। दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को होगा। इसके बाद तीसरे और अंतिम चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा। चुनाव परिणाम आठ अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।