मुंबई-दिल्ली अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस में मध्य प्रदेश के रतलाम के निकट कुछ बदमाशों ने करीब 25 यात्रियों के लाखों के आभूषण और अन्य कीमती सामान पर हाथ साफ कर दिया। रेलवे की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, चोरों ने 7 डिब्बों को अपना निशाना बनाया, जहां से करीब 15 लाख रुपये का सामान चोरी होने की शिकायत दर्ज करवाई गई है।
पीटीआई के मुताबिक, चोरी के वारदात को 2 से 3 बजे के करीब अंजाम दिया गया है। इस मामले को लेकर रेलवे ने एक तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है, जो इस घटना को लेकर रेलवे पुलिस एस्कॉर्ट टीम से पूछताछ करेगी। इस मामले को लेकर बाद में दिल्ली के निजामुद्दीन स्टेशन पर आकर यात्रियों ने जीआरपी में चोरी की एफआईआर दर्ज करवाई है।
चोरों ने ट्रेन के सात डिब्बों में इस वारदात को उस समय अंजाम दिया जब लोग बेसुध होकर गहरी नींद में सो रहे थे। देर रात 2 से तीन बजे के करीब बदमाश डिब्बे में घुसे और सामान लेकर फरार हो गए। यात्रियों को घटना की जानकारी उस समय हुई जब ट्रेन कोटा जंक्शन पर पहुंची। यात्रियों ने देखा कि उनके बैग-पर्स खाली जमीन पर पड़े थे। कुछ लोगों के बैग शौचालय के करीब पड़े थे।
निजामुद्दीन थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक, चोर उनके बैग से नकदी, उनके मोबाइल फोन और उनके बैग में मौजूद गहने ले गए हैं। कुछ लोगों ने तो अपने सरकारी दस्तावेज भी चोरी होने की बात कही है। कुछ लोगों का कहना है कि चोर उनके बैग से उनके पैन कार्ड, आधार कार्ड जैसे अहम दस्तावेज भी ले गए है, जिनका गलत इस्तेमाल भी हो सकता है। इस दौरान कई यात्रियों ने इस बात की आशंका जताई है कि उन्हें नशीला पदार्थ सुंघाया गया। अब ये कैसे हुआ ये तो नहीं पता, लेकिन जिस तरह 7 डिब्बों में लोग बेसुध हो कर सोए रहे और किसी ने भी चोरों को चोरी करते हुए नहीं देखा, तो इससे ये साफ जाहिर होता है कि किसी नशीले पदार्थ के कारण ही सातों डिब्बों में मौजूद यात्री बेसुध हो गए।
इस पुरे मामले में पुलिस का कहना है कि यह एक सोची समझी साजिश हो सकती है। इस मामले में ट्रेन के स्टाफ का भी हाथ हो सकता है। वहीं पूछताछ में कुछ स्टाफ मेंबर का कहना है कि पिछले 3 हफ्तों से ऐसी वारदातें सामने आ रही हैं। फिलहाल रेलवे पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इस मामले पर कहा, 'पहले भी डकैती की घटनाएं होती थीं लेकिन इनमें गिरावट आ रही थी, हम सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं। इस तरह की घटनाओं पर नजर रखने के लिए ट्रेन के कोच में CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैं। यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।'
गौरतलब है कि राजधानी एक्सप्रेस को अति सुरक्षित और वीआईपी माना जाता है, पर इस ट्रेन में इतनी बड़ी वारदात हो गई और स्कॉर्ट पार्टी को कानों-कान खबर नहीं हुई। पिछले दिनों भी पटना राजधानी एक्सप्रेस में एक महिला यात्री के पैसे और जेवरात गायब हो गए थे। इस घटना के बाद कोच अटेंडेंट और वेंडर को हिरासत में लिया गया था। रेल प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।