तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए विपक्षी अन्नाद्रमुक ने बुधवार को राज्य के राज्यपाल आरएन रवि से कार्रवाई की मांग की और कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था चरमरा गई है।
अन्नाद्रमुक के अंतरिम प्रमुख और तमिलनाडु में विपक्ष के नेता के पलानीस्वामी ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल ने राज्यपाल को राज्य में कई क्षेत्रों, खासकर कानून व्यवस्था की 'खराब स्थिति' से अवगत कराया है।
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के अपनी सरकार के बार-बार दिए जाने वाले बयान की खिल्ली उड़ाते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि यह शासन का "द्रविड़ियन मॉडल" है, जो विकासोन्मुख और प्रकृति में समावेशी है, यह केवल "कमीशन, संग्रह, भ्रष्टाचार" के बारे में है।
यहां राजभवन में रवि से मुलाकात के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "तमिलनाडु में खराब घटनाओं को उजागर करने के लिए हमने राज्यपाल से मुलाकात की। 18 महीने के इस डीएमके शासन में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।"
पलानीस्वामी ने कहा कि हत्या समेत अपराध रोजाना की बात हो गई है और ''यह सब राज्य में शासन कर रहे एक अक्षम कठपुतली मुख्यमंत्री के कारण हो रहा है।''
उन्होंने कहा कि 23 अक्टूबर को कोयंबटूर कार विस्फोट, जिसमें कथित अपराधी मारा गया था, को टाला जा सकता था, अगर राज्य पुलिस ने इस संबंध में केंद्रीय खुफिया अलर्ट पर ध्यान दिया होता। उन्होंने कहा कि खुफिया विभाग जानता है कि ऐसे तत्व कहां मौजूद हैं और अगर पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती तो इस घटना को रोका जा सकता था।
पलानीस्वामी ने यह भी दावा किया कि सभी सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार व्याप्त है। उन्होंने कहा, "कमीशन, वसूली, भ्रष्टाचार नीति है...यह द्रविड़ मॉडल है।" अस्पतालों में दवाओं की कथित कमी को लेकर सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि पिछली अन्नाद्रमुक सरकार के दौरान सरकारी अस्पतालों में दवाओं का पर्याप्त भंडार उपलब्ध था। पलानीस्वामी ने कहा कि पार्टी ने सभी मुद्दों को राज्यपाल के समक्ष उठाया है, जिन्होंने कहा कि वह उन पर गौर करेंगे।
रवि की कार्यशैली पर एक सवाल के जवाब में विपक्ष के नेता ने कहा, ''यह अच्छा है'' और दावा किया कि इसीलिए द्रमुक ने उनका विरोध किया।