अमृतसर से विधायक पूर्व केबिनेट मंत्री्,पूर्व क्रिकेटर,कंमटेटर और कॉमेडियन बुधवार की दोपहर लंच टेबल पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ होंगे। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खासतौर पर सिद्धू को आज अपने चंडीगढ़ से सटे फॉर्महाउस पर लंच पर बुलाया है।
सीएम ने इस संबंध में एक ट्वीट भी किया है, जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है। डेढ़ साल पहले कैप्टन से नाराज होकर सिद्धू ने मंत्री पद इसलिए छोड़ दिया था कि उनसे स्थानीय निकाय जैसा अहम महकमा लेकर पावर विभाग दे दिया था। एक तरह से पावर मंत्री बनातेे हुए सिद्धू को पावरलैस मंत्री कर दिया था। ढेड़ साल की नराजगी को दूर करते हुए कैप्टन 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सिद्धू को साधने पर लगे हैं। सिद्धू के सीएम के साथ लंच डिप्लोमेसी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में उनके पार्टी व सरकार में सक्रिय होने की चर्चाएं आरंभ हो गई हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक 27 नवंबर के बाद सिद्धू को लेकर कोई बड़ी घोषणा हो सकती है। सिद्धू की फिर सक्रियता से रावत की यह बात कुछ हद तक सही होती दिखाई दे रही है।
अब पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं की नजरें बुधवार को होने वाली सिद्धू और कैप्टन की मुलाकात पर टिकी हैं कि आखिर कैप्टन की लंच डिप्लोमेसी में कैप्टन सिद्धू के संबंध में क्या कोई बड़ा फैसला लेते या केवल लंच पर केवल राज्य के हालातों पर ही चर्चा करते हैं। कांग्रेस के पंजाब प्रभारी सिद्धू से बातचीत करने के बाद पार्टी हाईकमान से सिद्धू की पार्टी में सक्रियता को लेकर सिफारिश कर चुके हैं। उन्होंने हाईकमान से कहा है कि 2022 के विस चुनाव में पार्टी की जीत के लिए सिद्धू को अभी से सक्रिय करना जरूरी है। इसलिए उन्हें पार्टी और पंजाब सरकार में अहम जिम्मेदारी दी जाए ताकि चुनाव तक वह अपने अनुसार पार्टी में काम कर सके और अपने लिए एक ठोस टीम तैयार कर चुनाव में जीत दिला सके।सूत्रों का कहना है कि पिछले लंबे समय से खाली चल रहे एक कैबिनेट मंत्री के पद पर सिद्धू की नियुक्ति फिर हो सकती है, क्योंकि जब से सिद्धू ने अपने पद से इस्तीफा दिया था तब से मंत्रियों की संख्या में कोई बदलाव नहीं किया गया है। सिद्धू के आने से मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है। जहां सिद्धू को विशेष कार्यभार दिया जाएगा, वहीं मौजूदा मंत्रियों के विभागों में भी फेरदबल हो सकता है।