इसके अनुसार 176 विधायकों पर हत्या और हत्या के प्रयास का मुकदमा चल रहा है। केरल के 62 फीसदी विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं। पश्चिम बंगाल में 32 फीसदी विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं। कुल 812 विधायकों में से 428 यानी 53 फीसदी विधायक करोड़पति हैं। पांडिचेरी में 83 फीसदी विधायक करोड़पति हैं। तमिलनाडु में 76 फीसदी विधायक करोड़पति हैं। कुल विधायकों में से 23 फीसदी यानी 186 विधायकों ने स्वीकार किया कि उन्होंने कभी आयकर रिटर्न नहीं भरा। केरल में 66 फीसदी विधायकों ने कभी आयकर रिटर्न नहीं भरा। पश्चिम बंगाल में 20 फीसदी विधायकों ने आयकर रिटर्न कभी नहीं भरा। 812 में से 49 विधायकों ने पीएएन डिटेल नहीं दिया। नौ फीसदी महिला विधायक हैं। पश्चिम बंगाल में 40 महिलाएं विधायक बनी हैं। पुडडुचेरी में चार महिलाएं विधायक बनी हैं। कुल विधायको में से 19 विधायक पीएचडी हैं। पश्चिम बंगाल से 10 विधायक पीएचडी हैं। तमिलनाडु में 5 विधायक पीएचडी हैं। कुल 812 में से 59 फीसदी यानी 480 विधायक ग्रेजुएट हैं। 5 विधायकों की उम्र 80 साल से अधिक है।
हालिया चुनाव में जीते 36 फीसदी विधायकों पर चल रहे आपराधिक केस
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में जीते कुल 812 विधायकों में से 36 फीसदी विधायकों ने अपने शपथपत्र में अपने खिलाफ आपराधिक मामला चलने की बात स्वीकार की है। एसोसिएशन ऑफ डेमेाक्रेटिक रिसर्च तथा नेशनल इलेक्शन वाच के सहयोग से हुए सर्वे में इस तरह की जानकारी सामने आई है।

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