इस्तीफे के बाद पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें कांग्रेस हाईकमान ने अपमानित किया,मुझे हटाने की साजिश लंबे समय से जारी थी। इस साजिश में नवजोत सिंह सिद्धू मुख्य रुप से शाामिल हे। पर सिद्धू न सीएम के तौर पर ठीक है और न ही पंजाब और देश के लिए ठीक है। सिद्धू की पाकिस्तान से मिलीभगत है। वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का दोस्त है। वह पाकिस्तान के आर्मी प्रमुख जनरल बाजवा के गले मिलता है।
कैप्टन ने कहा कि इस्तीफे के बाद सक्रिय राजनीति नहीं छोड़ेंगे पर उनकी सियासत का नया मंच क्या होगा इस बारे में फैसला अपने समर्थकों से विचार करने के बाद करेंगे। कैप्टन ने कहा कि वह अपने 52 वर्ष के सियासी केरियर को जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि, “ मैं फौजी हूं इतनी जल्दी हार नहीं मानूंगा। पंजाब और पंजाबियत की लड़ाई जारी रहेगी’।
कैप्टन ने मीडिया से बातचीत से कहा कि कांग्रेस हाईकमान जिसे चाहे सीएम बनाए उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। पर नवजोत सिंह सिद्धू सीएम के काबिल नहीं। कैप्टन ने सिद्धू को लेकर कहा कि जो अपना मंत्रालय नहीं चला सका वह पूरा पंजाब क्या चलाएगा? कैप्टन ने कहा कि वह कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र का 92 फीसदी पूरा कर चुके हैं। बहुत सी बातें जो मेनिफेस्टो में नहीं थी वे भी की हैं। 6 महीने तक सब कुछ ठीक चल रहा था। कांग्रेस आलाकमान बताए बात क्या है,उन्हें क्यों हटाया गया। उन्होंने कहा कि मैंने जब कांग्रेस अध्यक्षा को सुबह 10 बजे ही अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी थी तो सीएलपी की बैठक बुलाने की क्या जरुरत थी। कैप्टन ने कहा कि इससे पहले भी तीन महीनें में विधायकों की दिल्ली के अलावा चंडीगढ़ में भी कई बैठकें उनकी मंजूरी के बगैर बुलाई गई जिससे वे अपमानित होते रहे। शनिवार को बुलाई गई विधायक दल की बैठक के बारे में भी कैप्टन अनभिज्ञ थे।