रावत ने आउटलुक से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार उत्तराखंड सरकार को अस्थिर करने की पूरी कोशिश कर रही है। उन्होने केंद्र सरकार पर सीबीआई के दुरूपयोग का भी आरोप लगाया। दिल्ली में रावत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलने के बाद शुक्रवार को बड़ी संख्या में समर्थकों से भी मिले। रावत के सामने जो चुनौतियां हैं उनमें बागियों पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी जुलाई में आना बाकी है। इतना ही नहीं रावत को समर्थन देने वाले अन्य विधायकों का दबाव भी उन पर पड़ सकता है।
स्टिंग प्रकरण में सीबीअाई कभी भी रावत से पूछताछ कर सकती है। ऐसे में रावत की मुश्किलें और भी बढ़ सकती है। दूसरी ओर चर्चा इस बात की भी थी कि पार्टी आलाकमान राज्य में किसी दूसरे नेता को कमान सौंप सकती है। इसके लिए कई दावेदार बताए जा रहे हैं। एक चर्चा यह भी है कि रावत समय से पहले चुनाव कराने की पहल कर सकते हैं।