बताया जा रहा है कि इस बात पर सभी दलों में सहमति बन गई है कि पार्टी का नया नाम समाजवादी जनता पार्टी या समाजवादी जनता दल और चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ हो। लेकिन इस पर अंतिम फैसला मीटिंग के बाद ही होगा। इस साल के अंत में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह माना जा रहा है कि विलय के बाद एक नया मोर्चा भाजपा को तगड़ी टक्कर दे सकता है। बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जदयू अध्यक्ष शरद यादव और पार्टी महासचिव केसी त्यागी के अलावा जद एस अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौडा, राजद अध्यक्ष लालू यादव, समाजवादी जनता पार्टी प्रमुख कमल मोरारका और इनेलो नेता दुष्यंत चैटाला के साथ मुलायम सिंह के भाई रामगोपाल यादव शामिल हो सकते हैं।
इससे पहले राजद प्रमुख लालू यादव ने कहा था कि जनता परिवार का विलय तय हो गया है और इसमें 6 पार्टियां होंगी, हालांकि लालू यादव ने यह भी कहा कि इस बाबत औपचारिक ऐलान सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव करेंगे। नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव ने पहले ही साफ कर दिया है कि जनता परिवार का विलय समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में होगा। अगर ऐसा हुआ तो देश में फिर तीसरे मोर्चे की राजनीति का दबदबा बढ़ेगा। बताया जा रहा है कि मोर्चे में शामिल होने के लिए सभी धर्मनिरपेक्ष दलों से भी आग्रह किया जाएगा ताकि सांप्रदायिक ताकतों को रोका जा सके।
जनता परिवार के विलय पर लग सकती है अंतिम मुहर
बुधवार को दिल्ली में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के घर जनता परिवार के नेताओं की बैठक होगी। जिसमें सभी दलों के विलय को लेकर फैसला किया जाएगा। बैठक में इस बात पर अंतिम फैसला होगा कि जनता परिवार के सभी दलों का नया नाम क्या होगा।
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