उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का सात जून को दौरा था संयोगवश इसी दिन संजय जोशी भी लखनऊ पहुंचे। अमित शाह पत्रकार वार्ता कर चले गए लेकिन संजय जोशी के यहां भाजपा नेताओं का मिलने जो शुरू हुआ वह देर रात तक चलता रहा है। भाजपा के कई विधायक से लेकर कुछ पूर्व मंत्री भी जोशी के साथ मंत्रणा करते रहे। लखनऊ भाजपा मुख्यालय से लेकर शहर के कई हिस्सों में संजय जोशी के आगमन को लेकर पोस्टर बैनर लगे हुए थे।
लखनऊ ही नहीं दिल्ली में भी संजय जोशी से मिलने वालों में भाजपा नेता आगे रहते हैं। भाजपा के पूर्व महामंत्री संजय जोशी की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में मजबूत पकड़ है। भाजपा नेताओं के मुताबिक संघ जोशी को जो जिम्मेवारी सौंपता है उसे बखूबी निभाते हैं। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर संघ ने जोशी को उत्तर प्रदेश में मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने की जिम्मेवारी सौंपी गई। संजय जोशी के काम की तारीफ भाजपा के नेता करते नहीं अघाते लेकिन खुलकर कुछ बोलने में कतराते हैं। क्योंकि सबको पता है कि संजय जोशी के बारे में कुछ बोलने का मतलब मोदी और शाह के निशाने पर आ जाना। लेकिन संजय जोशी सभी से खुले मन से मिलते हैं और सबकी बात सुनते हैं। इसलिए जोशी समर्थक बड़े उत्साह के साथ आने-जाने वालों का स्वागत करते हैं।