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स्नूपगेट की रोशनी में राहुल जासूसी कांड

दिल्ली पुलिस द्वारा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कार्यालय में जिस तरह से पूछताछ की गई उससे स्नूपगेट कांड की याद ताजा हो गई। भले ही दिल्ली पुलिस यह कह रही हो कि यह रुटीन में की गई पूछताछ है लेकिन जिस तरह से पूछताछ की गई उसके कई पहलुओं पर गौर करने की जरुरत है।
स्नूपगेट की रोशनी में राहुल जासूसी कांड

 पूछताछ ऐसे समय में की गई जब राहुल गांधी दिल्ली से बाहर हैं और यह सबको पता है कि वह आम आदमी की तरह किसी से भी मुलाकात नहीं कर सकते। एसपीजी के घेरे में रहने वाले राहुल गांधी के बारे में दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए सवालों का जवाब पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी यह कहकर देते हैं कि कई वीआईपी के बारे में दिल्ली पुलिस ऐसी पूछताछ करती है।
ठीक इसी तरह की पूछताछ गुजरात पुलिस ने एक महिला के बारे में की थी जिसको लेकर बड़ा बवाल मचा था। और उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तब वह गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जिनकी उस समय राष्ट्रीय राजनीति में इतनी बड़ी भूमिका नहीं थी का नाम आया था। जब राजनीतिक हो हल्ला मचा तब गुजरात सरकार ने एक आयोग का गठन किया था। लेकिन सवाल यह है कि राहुल गांधी को लेकर दिल्ली पुलिस अचानक इतनी चैकन्नी क्यों हो गई। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर आक्रामक रुख अपनाए हुए है। कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार राहुल गांधी की राजनीतिक जासूसी करा रही है। कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा का कहना है कि जहां तक नागरिकों की निजता के अधिकार की बात है तो उसको लेकर मौजूदा सरकार को जवाब देना है। अब वे हर जगह वही करने का प्रयास कर रहे हैं जो एक राज्य में हो रहा है। मोदी और अमित शाह अब यहां हैं। शर्मा का इशारा स्नूपगेट कांड की ओर है। उन्होने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है। यह कहीं ज्यादा गहरा है। गुजरात में उन्होंने जो काम किया अब वे हर जगह करना चाहते हैं। कांग्रेस के इस रुख को देखते हुए विपक्ष भी सरकार के इस रवैये पर एकजुट हो सकता है। क्योंकि भाजपा का कहना है कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वह इस प्रकार के आरोप लगा रही है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर का कहना है कि सरकार किसी प्रकार की जासूसी नहीं करा रही है। यह सब आरोप झूठा है।
लेकिन कांग्रेस का रुख साफ है कि सरकार इस मामले में सफाई दे। संसद में भी इस मुद्दे को उछालने की सरकार तैयारी कर चुकी है। माना जा रहा है कि इस मामले को लेकर सरकार और विपक्ष में ठन सकती है जिससे सरकार को कई विधेयकों को पारित कराने में मुश्किल भी हो सकती है। गौरतलब है कि बीमा विधेयक पर कांग्रेस ने सरकार का समर्थन किया था लेकिन अभी कई और विधेयक पारित कराए जाने हैं जिसमें सरकार को विपक्ष का साथ चाहिए। इसलिए दिल्ली पुलिस द्वारा राहुल गांधी के बारे में की गई पूछताछ बड़ा मुद्दा बन सकता है।

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