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एकता की राह की पहली परीक्षा

बिहार में जनता दल यूनाइटेड की बनने जा रही सरकार की पहली परीक्षा राष्ट्रीय जनता दल के मंत्रिमंडल में शामिल होने पर होगी। अगर राजद मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुआ तो इसके निश्चित पर दूरगामी संकेत होंगे और अगर शामिल होता है तो इसका अलग संदेश जाएगा।
एकता की राह की पहली परीक्षा

 फिलहाल अभी तय नहीं है कि राजद और कांग्रेस मंत्रिमंडल में शामिल होंगे या नहीं। लेकिन जद यू के साथ राजद, कांग्रेस और भाकपा हैं। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार की कमान संभालने जा रहे हैं। कितने मंत्री शामिल होंगे और कौन लोग होंगे अभी यह तय नहीं है।

जीतन राम मांझी के मुख्यमंत्री  पद से इस्तीफा दे दिए जाने के बाद राज्यपाल केशरीनाथ त्रिापाठी द्वारा जदयू विधायक दल के नए नेता नीतीश कुमार को नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किए जाने पर बिहार में पिछले 15 दिनों से चले आ रहे राजनीतिक संकट का पटाक्षेप हो गया। एजेंसी की खबरों के मुताबिक 130 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे नीतीश के साथ इस राजनीतिक संकट के दौरान राजद, कांग्रेस और भाकपा के क्रमश: 24, 5 और एक विधायक तथा एक निर्दलीय विधायक पूरी एकजुटता के साथ राजभवन एवं राष्टपति भवन के बाहर खड़े रहे।

बिहार प्रदेश कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने बताया कि उनकी पार्टी नीतीश कुमार के बिहार विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद सरकार में शामिल होने या न होने के बारे में निर्णय लेगी। उन्होंने बताया कि राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति से पार्टी आलाकमान को सूचित कर दिया गया है और बहुमत के बाद प्राप्त होने वाले निर्देश का पालन किया जाएगा।

चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी ने नीतीश का समर्थन उनकी सरकार में शामिल होने या न होने की बुनियाद पर नहीं किया था। बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह की राय भी चौधरी के समान ही है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि नीतीश सरकार में शामिल होने का नीतिगत निर्णय लेने के लिए पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को अधिकृत किया गया है जो कल नीतीश के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले हैं।

भाकपा के एक मात्र विधायक सुबोध राय ने भी कहा कि नीतीश सरकार में शामिल होने या बाहर से समर्थन को लेकर उनकी पार्टी निर्णय लेगी।

वहीं, निर्दलीय विधायक दुलालचंद गोस्वामी नीतीश सरकार में शामिल होने को तैयार हैं। इस बीच नीतीश ने सभी समर्थक विधायकों को अपने आवास पर आज दोपहर भोज पर बुलाया। नीतीश कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि कल शाम राजभवन के राजेंद्र मंडप में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के शामिल होने की संभावना है। अपने शपथग्रहण समारोह में नीतीश ने समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव, राजद प्रमुख लालू प्रसाद और जदयू (एस) प्रमुख एच डी देवगौडा सहित अन्य को फोन कर आमंत्रिात किया है।

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