शनिवार को पद की शपथ लेने वाली आप नेता आतिशी ने सोमवार को दिल्ली के आठवें मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। दिल्ली विधानसभा का सत्र 26 और 27 सितंबर को होगा।
आतिशी ने केजरीवाल सरकार में अपने पास रहे 13 विभागों को बरकरार रखा है, जिनमें शिक्षा, राजस्व, वित्त, बिजली और पीडब्ल्यूडी विभाग शामिल हैं।
कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने कहा, "मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर चार महीने तक काम करूंगी, जैसे भरत ने भगवान राम की खड़ाऊं को सिंहासन पर रखकर काम किया था। अरविंद केजरीवाल ने पद छोड़कर राजनीति में गरिमा की मिसाल कायम की है। भाजपा ने उनकी छवि खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।"
आज मैंने दिल्ली के मुख्यमंत्री की ज़िम्मेदारी सँभाली है। आज मेरे मन में वो ही व्यथा है जो भरत के मन में थी जब उनके बड़े भाई भगवान श्री राम 14 साल के वनवास पर गए थे, और भरत जी को अयोध्या का शासन सँभालना पड़ा था। जैसे भरत ने 14 साल भगवान श्री राम की खड़ाऊँ रख कर अयोध्या का शासन… pic.twitter.com/OkNEgtYIq4
— Atishi (@AtishiAAP) September 23, 2024
आतिशी केजरीवाल की कुर्सी से अलग कुर्सी पर बैठीं। उन्होंने कहा, "उम्मीद है कि लोग फरवरी में होने वाले चुनावों में केजरीवाल को वापस लाएंगे, तब तक उनकी कुर्सी सीएम ऑफिस में ही रहेगी।"
सौरभ भारद्वाज के पास आठ विभाग हैं, जो आतिशी के बाद सबसे ज्यादा हैं, जिनमें स्वास्थ्य, पर्यटन, कला और संस्कृति विभाग शामिल हैं।
नए मंत्री मुकेश अहलावत को श्रम, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, रोजगार तथा भूमि एवं भवन विभाग दिए गए हैं। गोपाल राय को विकास, सामान्य प्रशासन विभाग, पर्यावरण एवं वन विभाग दिए गए हैं, जो केजरीवाल सरकार में उनके पास थे।
कैलाश गहलोत ने अपने पिछले विभागों परिवहन, गृह, प्रशासनिक सुधार, महिला एवं बाल विकास को भी बरकरार रखा है।
आतिशी की अध्यक्षता वाले नए मंत्रिमंडल के पास लंबित परियोजनाओं, योजनाओं और नई पहलों की एक लंबी सूची है, जिन्हें अगले साल फरवरी में दिल्ली में होने वाले चुनावों से पहले अगले कुछ महीनों में शुरू किया जाना है।