पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को भाजपा नेताओं पर "देवताओं के रूप में" रथों पर यात्रा करने को लेकर तंज कसा। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी का राजनीतिक एजेंडा धर्म के आधार पर समाज में विभाजन पैदा करना है।
उन्होंने भगवा पार्टी पर हिंदू धर्म के बारे में झूठ का सहारा लेने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "रथ यात्रा एक धार्मिक त्योहार है। हम सभी ने इस त्योहार में भाग लिया है। हम भगवान जगन्नाथ, बलराम और देवी सुभद्रा को उन रथों में यात्रा करते हुए देखते हैं।
उन्होंने रायगंज में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा,
"लेकिन भाजपा के नेता इस राजनीतिक रथ यात्रा का उपयोग अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए कर रहे हैं ताकि समाज को विभाजित किया जा सके और एक दूसरे के खिलाफ गड्ढा किया जा सके। भाजपा नेता रथों पर यात्रा कर रहे हैं मानो वे देवता हैं।"
अपने आरोप को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी राज्य में बाहरी लोगों को ला रही है। टीएमसी बॉस ने दावा किया कि वे जो भी करते हैं वह स्थानीय लोगों के घरों में फोटो खिंचाने के लिए करते हैं। उन्होंने कहा, "कुछ बाहरी लोग लग्जरी कारों में आ रहे हैं और फोटो सेशन में लिप्त होकर दिखा रहे हैं कि वे ग्रामीणों के घरों में भोजन कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि भोजन पांच सितारा होटलों से लाया जाता है। बनर्जी ने दावा किया "बंगाल पर राज्य के लोगों का शासन होगा, न कि गुजरात से आने वाले लोगों का।"