सरकार की ओर से कहा गया है कि वह 10 नवंबर को टीपू सुल्तान की जयंती मनाएगी। उधर भाजपा और आरएसएस सरकार की इस घोषणा से बेहद नाराज है। भाजपा की राज्य कोर कमिटी की बैठक में जोरशोर से यह मुद्दा उठा। बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने इस फैसले के लिए सरकार की आलोचना की।
भाजपा नेताओं का कहना था कि पिछले साल सरकार ने अल्पसंख्यक विभाग के जरिए टीपू सुल्तान जयंती का कार्यक्रम किया था लेकिन इस बार वह कन्नड़ संस्कृति विभाग की ओर से यह कार्यक्रम करा रही है जबकि कन्नड़ विभाग और टीपू सुल्तान का कोई लेना देना ही नहीं है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि टीपू सुल्तान भले ही अंग्रेजों से लड़ा हो लेकिन यह भी सच है कि उसने कई भारतीयों को भी मौत के घाट उतारा। उनका यह भी कहना है कि किसी मुसलमान की ओर से टीपू सुल्तान की जयंती मनाने की मांग नहीं की गई लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने यह फैसला इसलिए किया है ताकि वह मुसलमानों के वोट ले सके। भाजपा ने घोषणा की है कि वह 8 नवंबर को पूरे प्रदेश में राज्य सरकार के इस फैसले के खिलाफ हर जिला और तहसील में धरना प्रदर्शन करेगी और बेंगलुरु में जनसभा भी की जाएगी।