उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी केस में जेल में बंद केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा द्वारा कथित तौर पर किसानों की हत्या को एक सुनियोजित साजिश करार दिए जाने वाली एसआईटी की रिपोर्ट के बाद अब सरकार को विपक्षी दलों के कड़े तेवर का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए सरकार को मंत्री को बर्खास्त करना होगा।
कांग्रेस नेता ने कहा, 'लखीमपुर खीरी की घटना एक साज़िश है। सब जानते हैं कि घटना के पीछे कौन और किसका बेटा था। लेकिन, सरकार सच को स्वीकारना नहीं चाहती है। हम चाहते हैं कि वे (अजय मिश्र टेनी) अपने मंत्रीपद से इस्तीफा दें।'
उन्होंने आगे कहा, 'हम चाहते हैं कि सदन में इसपर चर्चा हो। सरकार सदन में कोई चर्चा नहीं करना चाहती। जिस तरह सबने सरकार पर दबाव बनाकर किसान क़ानून वापस करवाएं हैं वैसे ही हम सरकार पर दबाव बनाएंगे तो सरकार कोई निर्णय लेगी।'
ये भी पढ़ें - लखीमपुर कांड: बेटे पर सवाल पूछने से भड़के अजय मिश्रा टेनी, दी गालियां, देखें वीडियो
उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी नेता उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा पर संसद में चर्चा सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें चार किसानों सहित आठ लोग मारे गए थे, लेकिन सरकार उन्हें अनुमति नहीं दे रही है।
कांग्रेस नेताओं ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, "हम कोशिश कर रहे हैं। वे (सरकार) हमें बोलने नहीं दे रहे हैं, इसलिए सदन को बाधित किया जा रहा है।" उन्होंने कहा, "उनके मंत्री शामिल हैं और हमने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की है, लेकिन वे अनुमति नहीं दे रहे हैं।"
बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने लोकसभा में लखीमपुर खीरी हिंसा पर तत्काल चर्चा की मांग करते हुए एक स्थगन नोटिस दिया था।