कांग्रेस ने वक्फ (संशोधन) विधेयक को संविधान पर ‘‘हमला’’ करार देते हुए रविवार को आरोप लगाया कि यह प्रस्तावित कानून सामाजिक सद्भाव के सदियों पुराने बंधनों को ‘‘नुकसान पहुंचाने के’’ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ‘‘लगातार जारी प्रयासों’’ का हिस्सा है।
रमेश ने दावा किया कि यह ‘‘झूठा प्रचार करके और पूर्वाग्रह पैदा करके अल्पसंख्यक समुदायों को बदनाम करने का भाजपा का निरंतर प्रयास’’ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस विधेयक का उद्देश्य उन संवैधानिक प्रावधानों को कमजोर करना है जो हर धर्म के नागरिकों को समान अधिकार और सुरक्षा की गारंटी देते हैं।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि यह अल्पसंख्यक समुदाय की परंपराओं और संस्थाओं को बदनाम करने की भाजपा की रणनीति और लगातार कोशिशों का हिस्सा है ताकि ‘‘चुनावी लाभ के लिए समाज को स्थायी ध्रुवीकरण की स्थिति में रखा जा सके।’’
उन्होंने कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पांच कारणों से गंभीर रूप से दोषपूर्ण है।
रमेश ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती कानूनों के तहत वक़्फ प्रबंधन के लिए बनाए गए सभी संस्थानों की स्थिति, संरचना और अधिकार को सुनियोजित तरीके से कम करने का प्रयास किया गया है, ताकि अल्पसंख्यक समुदाय को अपनी धार्मिक परंपराओं और धार्मिक संस्थाओं के प्रशासनिक अधिकार से वंचित किया जा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘अपनी भूमि को कौन वक़्फ उद्देश्यों के लिए दान कर सकता है, इसे तय करने में जानबूझकर अस्पष्टता लाई गई है। इस वजह से वक़्फ की परि ही बदल गई है।’’