पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खास लोगों के साथ ही पार्टी के कई नेता एक-एक कर बीजेपी में शामिल होते जा रहे हैं। हाल ही में टीएमसी छोड़ने वाले पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी के साथ पार्टी से निकाली जा चुकीं विधायक वैशाली डालमिया ने भी भाजपा का दामन थाम लिया। बता दें कि बल्ली सीट से विधायक वैशाली डालमिया ने भ्रष्टाचार समेत तमाम मुद्दों को लेकर टीएमसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने कहा था कि यह भ्रष्टाचार टीएमसी को दीमक के जैसे समाप्त कर रहा है। वैशाली ने दावा किया था कि इस बारे में उन्होंने ममता बनर्जी को भी बताया पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। साथ ही उन्होंने चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कामकाज पर भी प्रश्न खड़े किये थे।
राजीव बनर्जी और वैशाली डालमिया के साथ टीएमसी विधायक प्रबीर घोषाल और हावड़ा नगर निगम के पूर्व मेयर रथीन चक्रवर्ती ने भी भाजपा प्रवेश कर लिया है। शनिवार शाम ये सभी नेता पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के साथ चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली पहुंचे। गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सभी नेताओं ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
बता दें कि वैशाली डालमिया पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया की बेटी हैं। पिता के निधन के बाद साल 2016 में वैशाली ने राजनीति में प्रवेश किया। तृणमूल कांग्रेस प्रवेश कर उन्होंने बल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर विधायक बनीं।
वहीं गत 22 जनवरी को टीएमसी की अनुशासनात्मक समित ने ने वैशाली डालमिया को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। दरअसल निष्कासित होने से पहले वैशाली ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पार्टी के विरुद्ध बागी तेवर अख्तियार कर लिया था। वैशाली ने आरोप लगाया था कि उनके विधानसभा क्षेत्र में बिना कमीशन दिए घर, सड़क से जुड़े और अन्य कोई भी काम नहीं होते हैं। उन्होंने चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कामकाज पर भी प्रश्न खड़े किये थे। वैशाली ने आरोप लगाया था कि प्रशांत किशोर पार्टी में भ्रष्ट लोगों को ही बड़ा पद देते हैं।